बारिश से सड़क में जलजमाव, आवाजाही में परेशानी
करौं (देवघर) दो दिनों से जारी बारिश ने ग्रामीण सड़क की पोल खोल दी है। कई सड़कों में
करौं (देवघर): दो दिनों से जारी बारिश ने ग्रामीण सड़क की पोल खोल दी है। कई सड़कों में बने गड्ढे में जलजमाव हो जाने से लोगों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ रही है। कुछ स्थानों पर सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यहां हादसा होने पर जान भी जा सकती है। कई बार स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस कारण लोगों और राहगीरों में जिम्मेदारों की लापरवाही के प्रति भारी नाराजगी है। केस स्टडी: एक बसकूपी- जगाडीह की जर्जर सड़क वर्षों से उपेक्षित बसकूपी- जगाडीह सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। लोगों को इस पथ पर आवाजाही करने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। जगह-जगह गड्ढे में पानी भर गया है। इससे राहगीरों को काफी मुसीबत हो रही है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए कई बार गुहार लगायी। लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला। ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं कि कब इस समस्या का समाधान होगा। लोगों ने जनप्रतिनिधियों की अनदेखी को लेकर बेहद नाराजगी व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि इस सड़क से पंचरूखी, बरैडीह, जगाडीह, कैलिबाद, बदिया आदि गांव के लोग आवाजाही करते हैं। केस स्टडी दो पांचूमोड़ से मुर्गाबनी सड़क की स्थिति दयनीय रंगा-सिरसा करौं मुख्य पथ के पांचू मोड़ से मुर्गाबनी सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है। सड़क पर कई जगहों में बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए है। बारिश के कारण इन गड्ढों में पानी जमा हो गया है। जिस कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ रही है। इस सड़क से करौं प्रखंड के धरमपुर, लचनाडीह,तेलियाडीह, मांझीडीह, आसनसोल, मलडब्रा एवं सारठ प्रखंड के गौंरा व मुर्गाबनी के सैकड़ों ग्रामीण आवाजाही करते है। क्या कहते हैं ग्रामीण अनवर आलम, कयूम अंसारी, सूदन मंडल, पवन मंडल, दिवाकर मंडल, शंकर मंडल, अरविद कुमार, शिवेश्वर राणा, विश्वनाथ्थ रवानी आदि ग्रामीणों का कहना है कि नेताओं को जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। जर्जर सड़क को लेकर किसी भी प्रकार की दिलचस्पी नहीं लेने से सड़क की हालत दिन प्रतिदिन जर्जर होते जा रही है। समस्या समाधान के लिए ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। जर्जर सड़क के कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही मजबूरी है। सड़क के बीचोंबीच कई जगहों पर गड्ढे निकल आए हैं। जिसमें पानी जमा हो गया है। चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों को इस सड़क की याद आती है। उसके बाद भी जनप्रतिनिधि इस सड़क की मरम्मत करने को लेकर पहल नहीं कर रहे। इससे बरसात के मौसम में लोगों को काफी परेशानी हो रही है।