समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे मंडलकारा के बंदी

By Edited By: Publish:Fri, 25 Jul 2014 01:01 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jul 2014 01:01 AM (IST)
समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे मंडलकारा के बंदी

देवघर : मंडलकारा के बंदियों के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों की शुरुआत की गई है। इसमें काराधीन 400 पुरुष और 30 महिला बंदी अध्ययनरत हैं। गुरुवार को बंदियों को जानकारी देने के उद्देश्य से इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि बंदियों को विभिन्न पाठ्यक्रम में नामांकन लेने के लिए प्रेरित करना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। यहां दिया जानेवाली शिक्षा निश्शुल्क है। कहा कि ज्यादा संख्या होने पर अन्य पाठ्यक्रमों की भी शुरुआत की जाएगी। बंदी शिक्षित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने में सफल हो सकें। अध्ययन केंद्र की शुरुआत तिहाड़ जेल से किया गया था। वर्तमान में देश की विभिन्न जेलों में लगभग पांच दर्जन से ज्यादा विशेष अध्ययन केंद्र संचालित हो रहे हैं। क्षेत्रीय कार्यालय देवघर से केंद्रीय कारा दुमका और मंडलकारा देवघर को जोड़ा गया है। आनेवाले दिनों में गोड्डा, जामताड़ा, गिरिडीह, साहिबगंज और पाकुड़ स्थित जेल को भी इससे जोड़ा जाएगा। बंदियों के पठन-पाठन से संबंधित सवालों के जवाब पर समय-समय पर परामर्श सत्र का आयोजन होगा। इन्हें कारा में ही परीक्षा देने की सुविधा प्रदान की जाएगी। सहायक कुलसचिव कमलकांत सहाय ने भी बंदियों को इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों में प्रवेश लेने की अपील की। इस दौरान काराधीक्षक हामिद अख्तर ने हरसंभव सहायता देने की बात कही। मौके पर कारा कर्मी, बंदी व अन्य कर्मी उपस्थित थे।

कौन-कौन से पाठ्यक्रमों में नामांकन

वर्तमान में कला से स्नातक, स्नातक उपाधि प्रारंभिक कार्यक्रम के साथ भोजन एवं पोषण, मानवाधिकार, पोषण एवं बाल देखभाल, उर्दू भाषा में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है। स्नातक प्रारंभिक कार्यक्रम 12वीं पास नहीं करनेवाले बंदियों के लिए सहायक होगा। इसमें सफल होने के बाद बंदी इग्नू द्वारा संचालित विभिन्न सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स में नामांकन ले सकते हैं।

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