निरंजना नदी में खनन नियमों की धज्जियां उड़ा बालू की खुली लूट

संवाद सूत्रहंटरगंज(चतरा) निरंजना नदी में एक बार फिर खनन नियमों की धज्जियां उड़ा सरेआम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 08:38 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:38 PM (IST)
निरंजना नदी में खनन नियमों की धज्जियां उड़ा बालू की खुली लूट
निरंजना नदी में खनन नियमों की धज्जियां उड़ा बालू की खुली लूट

संवाद सूत्र,हंटरगंज(चतरा) : निरंजना नदी में एक बार फिर खनन नियमों की धज्जियां उड़ा सरेआम बालू की लूट मची हुई है। बालू लुटेरों की मनमानी से कौलेश्वरी पुल पर खतरे का बादल मंडराने लगा है। विडंबना यह कि सबकुछ जान कर भी प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है। निरंजना नदी में बालू लूट की काफी दिनों से चलती आ रही है। दो वर्षों पूर्व इसे लेकर एक बड़ा आंदोलन भी चला था। उसी निरंजना बताओ आंदोलन की वजह से राज्य सरकार हरकत में आई थी। तब तत्कालीन खनन सचिव के निर्देश पर निरंजना नदी में बालू लूट के खिलाफ व्यापक छापेमारी की गई थी। उस छापेमारी में एक ही रात बालू लूट में जुटे 385 ट्रक जब्त किए गए थे। इतने बड़े पैमाने पर बालू लूट में जुटे ट्रकों की जब्ती पहली बार हुई थी। उसके बाद बालू लूट थम गई। फिर सरकार की नीति बदली। अब बालू उठाव का जिम्मा झारखंड राज्य खनिज विकास निगम को दे दिया गया। प्रखंड की केदलीकलां पंचायत स्थित गढ़केदली निरंजना नदी घाट बालू उठाव के लिए चिह्नित किया गया। मगर जैसे ही उत्खनन शुरू हुआ खनन नियमों की धज्जियां उड़ाई जाने लगी। मसलन निर्धारित क्षेत्र से बाहर बालू लूटा जाने लगा। जितनी गहराई तक खनन कर बालू का उठाव किया जाना था उससे कई गुणा ज्यादा गहराई तक बालू का उठाव किया जा रहा है। नियम के मुताबिक पुल-पुलिया के पांच सौ मीटर के दायरे में बालू का उत्खनन वर्जित है। मगर यहां तो निरंजना नदी पर बने कौलेश्वरी पुल के पिलर्स से सटा कर बालू उठाव किया जा रहा है। उठाव भी पोकलैन मशीन के माध्यम से। इससे उसके क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताई जा रही है। कौलेश्वरी पुल प्रखंड के पूर्वी भाग की बड़ी आबादी की लाइफ लाइन है। इसके क्षतिग्रस्त हो जाने से बड़ी आबादी देश के बाकी हिस्सों से कट जाएगी। निरंजना नदी मची बालू लूट और कौलेश्वरी पुल के निकट से अवैध उठाव की सूचना जब स्थानीय अंचल अधिकारी मिथिलेश कुमार को दूरभाष पर दी गई तो उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि जब तक आपलोग मुझे लिख कर नहीं देंगे, कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस बीच केदलीकलां पंचायत की निवर्तमान मुखिया लालसा देवी ने कहा कि वह जल्द ही उपायुक्त समेत तमाम उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगी। इधर, पुल के पिलर्स के निकट से बालू उठाव के कारण उसके क्षतिग्रस्त हो जाने का खतरा बढ़ गया है। कुछ स्थानों पर पुल क्षतिग्रस्त भी हुआ है। कुल मिलाकर निरंजना में बालू लूट से जनाक्रोश गहराता जा रहा है। इसकी अभिव्यक्ति विस्फोटक हो सकती है।

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