इमामबाड़ा पर चढ़ी सिरनी, लोगों में हुआ तकसीम
स्थानीय लाइन मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा में मुहर्रम की सातवीं तारीख को सिरनी चढ़ाई गई और लोगों के बीच वितरण किया गया। लाइन मोहल्ला मुहर्रम कमेटी के तत्वावधान में यह आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्धाटन राजद नेता हारून रशीद ने फीटा काट कर लिया। उद्धाटन समारोह में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इमामबाड़ा में फातिहा पढा गया। फातिहा के बाद कमेटी के सदस्यों ने सिरनी का वितरणा किया। समारोह में आने वाले सभी लोगों के बीच सिरनी का वितरण किया गया। उसके बाद आसपास के घरों
चतरा : स्थानीय लाइन मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा में मुहर्रम की सातवीं तारीख को सिरनी चढ़ाई गई और लोगों के बीच वितरण किया गया। लाइन मोहल्ला मुहर्रम कमेटी के तत्वावधान में यह आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन राजद नेता हारून रशीद ने फीता काट कर लिया। उद्घाटन समारोह में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इमामबाड़ा में फातिहा पढा गया। फातिहा के बाद कमेटी के सदस्यों ने सिरनी का वितरण किया। समारोह में आनेवाले सभी लोगों के बीच सिरनी का वितरण किया गया। उसके बाद आसपास के घरों में सिरनी का प्रसाद दिया गया। इससे पूर्व उद्घाटन समारोह को संबोधन में राजद नेता ने कहा कि मुहर्रम का पर्व शहादत को याद कराती है। उन्होंने कहा कि हजरत अली रजि. और हजरत हुसैन रजि. की शहादत इसी मुहर्रम के महीने के दसवीं तारीख हो हुई थी। उन्होंने कहा कि इस्लामी कैंलेडर के मुताबिक इस्लाम का पहला महीना मुहर्रम है। मुहर्रम की दसवीं तारीख को यौम-ए-आशुरा भी कहते हैं। यौम-ए-आशुरा के दिन रोजा रखा जाता है। कार्यक्रम के आयोजन में मरगूब आलम, मो. अली, शिबगतुल्लाह, मो. उमर आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।