वर्षा ऋतु की सौगात लेकर प्रकट हुआ आद्रा नक्षत्र

पत्थलगडा : ऋतु चक्र का छठा नक्षत्र आद्रा शुक्रवार को वर्षा ऋतु की सौगात लेकर प्रकट हुआ। आद्रा नक्षत्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jun 2018 05:52 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jun 2018 05:52 PM (IST)
वर्षा ऋतु की सौगात लेकर प्रकट हुआ आद्रा नक्षत्र
वर्षा ऋतु की सौगात लेकर प्रकट हुआ आद्रा नक्षत्र

पत्थलगडा : ऋतु चक्र का छठा नक्षत्र आद्रा शुक्रवार को वर्षा ऋतु की सौगात लेकर प्रकट हुआ। आद्रा नक्षत्र प्रारंभ होते ही खेतों की रौनक बढ़ने लगी है। हलांकि बारिश का अभी इंतजार है। आद्रा नक्षत्र में किसान अपने हल, बैल, कुदाल आदि को तंदुरुस्त कर ठीक-ठाक करने में लगे हैं। लंबे अरसे से छुट्टी पर रहे किसानों के बैल अब खेतों में लौटेंगे। वहीं खासकर धान की खेती की तैयारी जोर-शोर से शुरू होगी। हालांकि अब तक बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। जैसे ही बारिश होती है किसान जोर शोर से धान की बिचड़ा की तैयारी करेंगे। कई किसान मकई, उड़द आदि की फसल का दाना अभी ही खेतों में डालने लगे हैं। किसान बताते हैं कि आद्रा नक्षत्र में खेतों में फसलों का दाना बुआ जानी चाहिए। आद्रा नक्षत्र में बुआई करने से फसलों का उत्पादन बढि़या होता है। समय से बरसात नहीं होने की स्थिति में कई किसान मोटर पंप चला कर धान कि बिचड़ा की तैयारी करने की मुंड में हैं। बनारस के हृषिकेश पंचांग के अनुसार शुक्रवार को दोपहर बाद आद्रा नक्षत्र प्रवेश किया। इससे पहले मृगशिरा नक्षत्र चल रहा था। मृगशिरा क्षेत्र में खेती बाड़ी का काम बंद रहता है। आद्रा नक्षत्र पड़ते ही किसानों की लंबी इंतजार समाप्त हो गई है। अब खेती बारी के कार्य में जुटने लगे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार आद्रा नक्षत्र शुक्रवार को प्रवेश किया है। मानना है कि मिथुन के सूर्य में शुक्रवार को आद्रा नक्षत्र पड़ने से बारिश की प्रबल संभावना होती है। वैसे भी इस बार आद्रा नक्षत्र का वाहन नाग है। यह योग खंडवृष्टि योग बना रहा है। ऐसे में अच्छी बारिश का संकेत दे रहा है। खासकर पूर्वी क्षेत्रों में बारिश लोगों को ज्यादा परेशान करेगा। कहीं-कहीं बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न होगी।

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