खेल संघों के पास फंड नहीं, सरकार करेगी जरूरतमंद खिलाड़ियों की सहायता
बोकारो बोकारो जिले में कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी आर्थिक संकट से जूझ रहे ह
बोकारो : बोकारो जिले में कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इसलिए खेलकूद छोड़ कर दो जून की रोटी के लिए मेहनत-मजदूरी कर रहे हैं। जिले के विभिन्न खेल संघों के पास फंड का अभाव है। इसलिए जरूरतमंद खिलाड़ी को आर्थिक सहायता के लिए सरकार से ही आस है। सरकार की ओर से इनकी सहायता की जाएगी। इन्हें आर्थिक रूप से सहयोग किया जाएगा। इससे जरूरतमंद खिलाड़ियों को लाभ होगा।
-शिकायत निवारण समिति का किया गया गठन
झारखंड राज्य में खेल व खिलाड़ियों के विकास को लेकर योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जरूरतमंद खिलाड़ियों को तत्काल सहायता मुहैया कराने के लिए जिला स्तर पर शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष उपायुक्त, सदस्य सचिव जिला खेल पदाधिकारी एवं सदस्य उप विकास आयुक्त, जिला कल्याण पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोनीत किए गए हैं। जरूरतमंद खिलाड़ी सहायता के लिए जिला खेल पदाधिकारी अथवा प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से सहयोग के लिए समिति से अनुरोध कर सकेंगे। समिति तीन दिन के अंदर मामले की समीक्षा कर आवश्यकता के अनुरूप खिलाड़ी को सहायता प्रदान करेगी। उच्च स्तरीय सहायता के लिए जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की ओर से खेलकूद एवं युवा कार्य के निदेशक व युवा कार्य निदेशालय सह कार्यकारी निदेशक, झारखंड खेल प्राधिकरण को अनुशंसा की जाएगी। उच्च स्तरीय समिति मामले की समीक्षा कर अविलंब आवश्यकतानुसार
खिलाड़ी को सहायता प्रदान करेगी। इस संबंध में पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के संयुक्त सचिव ने आदेश जारी किया है।
-संघ के पास न तो फंड न ही अनुदान
बास्केटबाल, वालीबाल, कबड्डी, फुटबाल, खो-खो, तीरंदाजी, कराटे, शतरंज, बैडमिटन, टेबल टेनिस सहित अन्य खेल संघ के पास न तो फंड है और न ही इन्हें सरकार की ओर से अनुदान दिया जाता है। इसलिए संघ जरूरतमंद खिलाड़ियों को आर्थिक सहयोग नहीं कर पाता है। बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर नौ झोपड़ी निवासी कबड्डी खिलाड़ी, बिरसा बासा निवासी तीरंदाज दीपक सवैया के अलावा कुछ खिलाड़ी खेलकूद छोड़ कर दो जून की रोटी के मेहनत-मजदूरी कर रहे हैं। सरकार की ओर से शिकायत निवारण समिति के गठन से इन्हें सहयोग की आस है।
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फोटो: 1 बोकारो 22
बास्केटबाल संघ के पास फंड का अभाव है। क्लब का पंजीकरण नहीं है। संघ के सदस्य अपसी सहयोग से प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं। शिकायत निवारण समिति के माध्यम से जरूरतमंद खिलाड़ी को सहायता मिलेगी। यह बेहतर पहल है।
संजीव कुमार, सदस्य बोकारो जिला बास्केटबाल संघ
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वालीबाल संघ को सरकार से अनुदान नहीं मिल रहा है। इसलिए जरूरतमंद खिलाड़ी की सहायता संघ नहीं कर सकता है। हाल ही में एक निजी कंपनी की ओर से खिलाड़ियों की प्रतिभा तराशने की दिशा में काम किया जा रहा है। सरकार की ओर से जरूरतमंद खिलाड़ी की सहायता की जाएगी। यह सराहनीय है।
जयदीप सरकार, अंतरराष्ट्रीय वालीबाल प्रशिक्षक
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जिला कबड्डी संघ से छह क्लब पंजीकृत हैं। संघ के पास फंड का अभाव है। बीएसएल प्रबंधन की ओर से कबड्डी डे बोर्डिंग को प्राथमिकता के आधार पर खोलना चाहिए। सरकारी स्तर पर जरूरतमंद खिलाड़ियों को सहयोग किया जाएगा। इससे खिलाड़ियों को लाभ होगा।
नवनीत कुमार सोनू, संयुक्त सचिव बोकारो जिला कबड्डी संघ
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खेल संघों को सरकारी स्तर पर सहयोग मिलना चाहिए। फंड की कमी के कारण खो-खो प्रतियोगिता के आयोजन में भी परेशानी होती है। सरकार की ओर से जरूरतमंद खिलाड़ियों को सहयोग किया जाएगा। इससे खिलाड़ी फिर से मैदान की ओर लौटेंगे।
सुनीत कुमार मल्लिक, संयुक्त सचिव बोकारो जिला खो-खो संघ