.. तो आरबीआइ के सिक्के हो रहे खोटे

गोमिया (बेरमो) : गोमिया प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों एक और दो के सिक्के प्रचलन से ब

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Dec 2017 10:11 PM (IST) Updated:Fri, 22 Dec 2017 10:11 PM (IST)
.. तो आरबीआइ के सिक्के हो रहे खोटे
.. तो आरबीआइ के सिक्के हो रहे खोटे

गोमिया (बेरमो) : गोमिया प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों एक और दो के सिक्के प्रचलन से बाहर हो गए हैं। दुकानदार सिक्का लेने से इंकार कर रहे हैं। इससे ग्रामीणों और दैनिक उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है। सिक्के को लेकर गलत तरीके से प्रचार भी किया जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से हाल के दिनों में सख्त आदेश जारी कर कहा गया था कि जो बैंक या दुकानदार सिक्का लेने से इंकार करेंगे, उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है। आरबीआइ के सख्त आदेश के बाद भी बैंक या दुकानदार आसानी से से एक-दो रुपये के सिक्के ग्राहकों से नहीं ले रहे हैं।

सिक्का लेने से इंकार करने वाले दुकानदारों का कहना है कि उनकी दुकान में जमा सिक्का न तो महाजन ले रहे हैं और न ही बैंक वाले लेते हैं। बैंक वाले एक बार खाता में सिर्फ 100 सिक्का ही जमा लेते हैं। यदि दुकान में हजारों की संख्या में सिक्के हैं तो उन्हें खपाने में दुकानदारों को एड़ी चोटी एक करना पड़ता है।

अघोषित रूप से इस सिक्काबंदी का सर्वाधिक असर गृहणियों और बच्चों पर पड़ा है। दस और पांच रुपये के सिक्के तो दुकानदार रख लेते हैं लेकिन एक-दो के सिक्के लेने से मना कर देते हैं। सिक्का को लेकर आए दिन बाजार में ग्राहकों और दुकानदारों के बीच तीखी नोकझोंक की वारदात भी सामने आ रही है।

न दें अफवाहों पर ध्यान :

आजकल व्यापारियों व दुकानदारों की ओर से एक व दो का सिक्का लेने से इंकार करने पर बाजार में तरह-तरह की अफवाह फैल रही है, जिनपर ध्यान नहीं दिया जाए। रिजर्व बैंक की ओर से एक-दो के सिक्के को बंद नहीं किया गया है।

सिक्के बंद नहीं हुए हैं। बैंक प्रबंधन इसे बाजार में प्रचलन तेज करने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहा है। हां एक बार में पांच-दस हजार रुपये के सिक्के लेने में व्यवहारिक परेशानी है। आरबीआई की ओर से इसका सख्त निर्देश दिया गया है। एक-दो के सिक्के लेने से बैंक मना नहीं कर रहा है।

- अशोक कुमार, शाखा प्रबंधक,

बीओआई गोमिया ब्रांच।

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