अग्निप्रभावित जरीडीह मोड़ के निकट भू-धंसान का खतरा

संडेबाजार (बेरमो) बेरमो कोयलांचल के अग्निप्रभावित जरीडीह मोड़ के निकट भू-धंसान का खतर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 12:17 AM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 12:17 AM (IST)
अग्निप्रभावित जरीडीह मोड़ के निकट भू-धंसान का खतरा
अग्निप्रभावित जरीडीह मोड़ के निकट भू-धंसान का खतरा

संडेबाजार (बेरमो) : बेरमो कोयलांचल के अग्निप्रभावित जरीडीह मोड़ के निकट भू-धंसान का खतरा है। यहां भूमिगत आग के ऊपर मिट्टी डलवाकर सीसीएल प्रबंधन ने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है। जमींदोज हो जाने के भय के बीच यहां रहने को 500 लोगों की आबादी विवश है। जबकि बीते 14 मार्च को बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने यहां का जायजा लेते हुए कहा था कि यहां आग की तपिश के साथ जहरीली गैस की घुटन भी है। इसलिए यहां बसे लोगों को पुराने एक्सवेशन के समीप बिजली, पानी आदि आवश्यक सुविधाओं के साथ सीसीएल की ओर से पुनर्वासित किया जाए। यह इलाका सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की बोकारो कोलियरी अंतर्गत है। बोकारो कोलियरी की डीडी माइंस का विस्तार करने के लिए बेरमो चार नंबर के लोगों को यहां सीसीएल प्रबंधन ने बसाया है। यहां स्थित रिजेक्ट कोल एवं जमीन के नीचे लगी आग के कारण उन लोगों का रहना दूभर हो गया है। यहां के लगभग चालीस घर भूमिगत आग की चपेट में आ सकते हैं। यह जानकारी मिलने पर बीते चार मार्च की रात को गांधीनगर थाना प्रभारी दानिश इकबाल की पहल पर तेनुघाट से अग्निशमन दस्ते ने पहुंचकर भूमिगत आग पर काबू पाने का प्रयास किया था। उसके बाद सीसीएल की ओर से धधकती आग के ऊपर मिट्टी डलवा दी गई थी। इसके बावजूद भूमिगत आग की तपिश कम नहीं हुई और उससे धुएं के साथ जहरीली गैस भी निकल रही है।

-लोगों ने विधायक व एसडीएम को सुनाई थी व्यथा : बीते 14 मार्च को इस अग्निप्रभावित आबादी का बेरमो विधायक ने जब जायजा लिया था, तब उन्होंने एसडीएम अनंत कुमार, एसडीपीओ सतीशचंद्र झा, बीडीओ रोशन कुमार, सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक एमके राव एवं बोकारो कोलियरी के पीओ राजीव कुमार की उपस्थिति में स्थानीय लोगों की व्यथा सुनी थी। उन लोगों की व्यथा सुनकर विधायक ने महाप्रबंधक राव से कहा था कि इन सबको जितनी जल्द हो सके पुराने एक्सवेशन के समीप बसाया जाए। वहीं, एसडीएम ने बीडीओ को निर्देश दिया था कि सरकार के नियमानुसार यहां के लोगों को हर संभव मदद करते हुए कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए। इसके लिए एसडीएम ने बोकारो कोलियरी के पीओ को अनापत्ति पत्र देने की हिदायत दी थी, लेकिन अब तक न तो वहां के लोगों को पुराने एक्सवेशन के समीप बसाया गया और न ही अनापत्ति पत्र दिया।

-आग की चपेट में कई माह से है यह इलाका : स्थानीय दीपक बर्णवाल ने बताया कि यह इलाका आग की चपेट में पिछले कई माह से है। शुरुआत में सिर्फ धुआं निकल रहा था रहा था, लेकिन कुछ ही दिनों बाद आग की लपटें भी निकलने लगी। इसके बावजूद बोकारो कोलियरी प्रबंधन की ओर से आग पर काबू पाने के लिए कोई पहल नहीं की गई। चार मार्च की रात को अग्निशमन दस्ते में शामिल कर्मियों ने कई घंटे मशक्कत कर आग की लपटों को कुछ हद तक समेटा था। उसके बाद पांच मार्च को बोकारो कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी राजीव कुमार सिंह ने इस अग्नि प्रभावित इलाके का जायजा लेकर सीसीएल के पानी भरे टैंकर को आग पर काबू करने को लगाया था। साथ ही मिट्टी डलवाई थी। उसके बावजूद आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका। परिणामस्वरूप, यहां बसे लोगों को आग की तपिश के साथ ही जहरीली गैस की घुटन भी झेलनी पड़ रही है। रमेश मुंडा का कहना है कि यदि पूर्व में ही काबू में किया जाता तो यहां भूमिगत आग रौद्र रूप धारण नहीं करती। जब तक यहां आग पूरी तरह काबू में नहीं आ जाएगी, लोगों के दिलों में घर समेत जमींदोज हो जाने का खौफ बरकरार रहेगा। प्रकाश पासवान ने कहा कि बेरमो चार नंबर से यहां शिफ्ट किए जाने पर कर्ज लेकर घर बनवाया। अब यहां बसे लोगों के घर के साथ ही जान भी भूमिगत आग की जद में है। यह आशंका डरा रही है कि यदि जमीन तले आग के कारण भू-धंसान हो गया तो क्या होगा। वर्जन

जरीडीह मोड़ के निकट की आबादी को पुराने एक्सवेशन के समीप बसाने की प्रक्रिया की जा रही है। शीघ्र ही वहां के लोगों को शिफ्ट करा दिया जाएगा। साथ ही, वहां की भूमिगत आग को काबू करने का भी प्रयास किया जा रहा है।

- एमके राव, महाप्रबंधक, सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र

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