कोरोना खड़ा दरवाजे पर, शहर आहट से बेखबर
पूरे देश व अपने जिले में न तो अनाज की कमी है और न ही किसी और संसाधन की। कमी है तो बस संयम की।
जागरण संवाददाता, बोकारो: पूरे देश व अपने जिले में न तो अनाज की कमी है और न ही किसी और संसाधन की। कमी है तो बस संयम की। फिलहाल सप्ताह के सभी दिनों का मान बराबर है, उसके बावजूद महीने के पहले रविवार को लोग अपनी इच्छा पर नियंत्रण नहीं रख सके और सब्र के बांध के साथ ही लॉकडाउन भी टूट गया। जिले में कोरोना की दस्तक के बावजूद शहरवासियों की यह लापरवाही अन्य लोगों की जिदगी जोखिम में डाल रही है।
नियमों को दरकिनार कर लक्ष्मी मार्केट में लोगों ने मांस-मछली की खरीदारी की। घंटों दुकान पर कतार लगी रही। लोगों के हुजूम पर काबू पाने के लिए स्थानीय पुलिस भी तैनात थी, लेकिन ग्राहकों ने किसी की एक न सुनी।
दो दुकानों को दिया गया है लाइसेंस: मालूम हो कि पूरे शहर में लक्ष्मी मार्केट की दो दुकानों को मीट बेचने का लाइसेंस दिया गया है। इसलिए लोगों की भीड़ यहां इकट्ठा हो रही है। रविवार को अवकाश के कारण आवश्यक सेवाओं में लगे कई संस्थान भी बंद रहे। इस कारण दुकानों पर बेतहाशा भीड़ उमड़ी। दुकानों पर दो अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। एक काउंटर महिलाओं के लिए तो दूसरा पुरुषों के लिए। इसलिए कई लोग तो पत्नी व बच्चों के साथ दुकान पहुंच गए थे।