सीसीएल की सभी रेलवे साइडिग में कोयला चोरी जारी

जागरण संवाददाता बेरमो बेरमो कोयलांचल अंतर्गत सीसीएल की सभी रेलवे साइडिग कोयला चोरी का ठिकाना बन गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 01:13 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 01:13 AM (IST)
सीसीएल की सभी रेलवे साइडिग में कोयला चोरी जारी
सीसीएल की सभी रेलवे साइडिग में कोयला चोरी जारी

जागरण संवाददाता, बेरमो : बेरमो कोयलांचल अंतर्गत सीसीएल की सभी रेलवे साइडिग कोयला चोरी का अड्डा बन गई है। पुलिस प्रशासन एवं सीआइएसएफ सहित सीसीएल के सुरक्षाकर्मियों की लाख कोशिशों के बावजूद उन रेलवे साइडिग से कोयला टपाने का गोरखधंधा बंद नहीं हो पा रहा है। काफी संख्या में महिला-पुरुष खतरनाक तरीके से रेलवे साइडिग के कोल लोडिग साइट और खड़ी मालगाड़ियों से कोयला चोरी करते हैं। उदाहरणस्वरूप, सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र के पांच नंबर धौड़ा स्थित रेल रैक लोडिंग स्थल को देखें तो वहां प्रत्येक दिन कोयला चोरों की टोली रेल रैक से कोयला टपाते देखे जा सकते हैं। यहां रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले में भी कोयले की चोरी धड़ल्ले से होती है। कोयला चारों की दबंगई के कारण सुरक्षा में तैनात सीसीएल के गार्ड मूकदर्शक बने रह जाते हैं।

--कोयला चोरी में पुरुषों से अधिक महिलाओं की भागीदारी : सीसीएल की ढोरी रेलवे साइडिग में भी कोयले की चोरी व्यापक पैमाने पर हो रही है, जिसमें पुरुषों से अधिक महिलाओं की भागीदारी देखी जाती है। सुबह से देर शाम तक महिलाओं एवं पुरुषों की टोली रूटीन वर्क की तरह कोयला चोरी करने में लगी रहती है। महिलाएं कोल लोडिंग प्वाइंट से टोकरी में भरकर कोयले चोरी कर पास के रेलवे ट्रैक के किनारे जमा कर देती हैं। वहां से जमा कोयले को बोरे में भरकर पुरुषों की टोली रानीबाग, ढोरी बस्ती, भेड़मुक्का, पटेलनगर आदि साइकिल से पहुंचा देते हैं, जहां से रात के अंधेरे में ट्रकों व अन्य वाहनों में लादकर अन्यत्र तस्करी की जाती है। --रेल रैक से कोयला टपाने के दौरान कई की जा चुकी जान : बेरमो की विभिन्न रेलवे साइडिग में रेल रैक से कोयला टपाने के दौरान कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद सैकड़ों लोग जान की परवाह किए बिना कमाई के इस शॉर्टकट रास्ते को अख्तियार किए हुए हैं। बेरमो स्टेशन स्थित रेलवे साइडिग में खड़ी रेल रैक से कोयला चोरी करने के चक्कर में एक वर्ष पूर्व एक युवक अपनी जान से हाथ धो बैठा था। वह रेल रैक पर चढ़कर कोयला टपाने के दौरान ऊपर से गुजरी हाई टेंशन विद्युत तार की चपेट में आकर झुलस गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं, पांच नंबर धौड़ा निवासी 40 वर्षीय मानो कुमार की मौत कोयला चोरी करने के क्रम में मालगाड़ी की चपेट में आने से हो गई थी। जबकि एक वर्ष पूर्व ढाको बस्ती निवासी एक युवक की मौत कोयला टपाने के दौरान मालगाड़ी की चपेट में आने से सो गई थी। वर्जन

कोयला चोरी की रोकथाम के लिए रेलवे साइडिगों में सीसीएल के सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती की गई है। साथ ही समय-समय पर छापेमारी भी की जाती है। जरूरत पड़ी तो सीआइएसएफ व होमगार्ड को भी नियुक्त किया जाएगा, ताकि कोयला चोरी पर पूर्णरूप से अंकुश लगाया जा सके।

- सीताराम यूके, सुरक्षा पदाधिकारी, सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र

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