बंगाल व मुंबई से नावाडीह आए 15 मजदूर कोरोना संदिग्ध

सुरही (बेरमो) नागपुर बंगाल व मुंबई से नावाडीह आए 15 मजदूर कोरोना संदिग्ध पाए गए हैं। कु

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 May 2020 05:19 PM (IST) Updated:Sun, 10 May 2020 05:19 PM (IST)
बंगाल व मुंबई से नावाडीह आए 15 मजदूर कोरोना संदिग्ध
बंगाल व मुंबई से नावाडीह आए 15 मजदूर कोरोना संदिग्ध

सुरही (बेरमो): नागपुर, बंगाल व मुंबई से नावाडीह आए 15 मजदूर कोरोना संदिग्ध पाए गए हैं। कुल 35 मजदूर बस से रविवार को नावाडीह पहुंचे तो स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. कामेश्वर महतो एवं डॉ. अनिता किस्कू ने थर्मल स्क्रीनिग कर मेडिकल काउंसलिग की। उनमें 15 मजदूरों में कोरोना संक्रमण का संदेह हुआ तो सदर अस्पताल बोकारो से आए लैब टैक्नीशियन राजेश कुमार गुप्ता व देवनारायण सिंह ने जांच कराने के लिए स्वाब यानी लार का सैंपल लिया। साथ ही सभी को घर में ही क्वारंटाइन रहने की हिदायत दी। उन मजदूरों में नागपुर से आए दूधीमाटी के 6, ताराटांड़ व चिरुडीह के 2-2, घुजोडीह, गुंजरडीह, बरई, पलामू व केशधरी के 1-1 व भेंडरा के 5 शामिल हैं। उनमें 6 को संदिग्ध पाए जाने पर सैंपल लिया गया। वहीं पश्चिम बंगाल के हुगली से आए तिलैयाटांड़ के 7, परसाबेड़ा के 2 एवं परसबनी के एक मजदूर में 6 का सैंपल लिया गया। जबकि मुंबई से लौटे तीन मजदूरों का भी सैंपल लिया गया। मौके पर नावाडीह थाना प्रभारी अनिल उरांव, सीएचसी नावाडीह के कर्मचारी भागीरथ शर्मा, हराधन प्रसाद आदि मौजूद थे। बॉक्स

--महाराष्ट्र से दो युवक पहुंचे पोटसो

संस, सुरही (बेरमो) : महाराष्ट्र से दो युवक बाइक से नावाडीह प्रखंड के पोटसो ग्राम रविवार को पहुंचे। दोनों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य जांच कर घर में ही क्वारंटाइन रहने की हिदायत दी गई। युवकों ने बताया कि वे दोनों महाराष्ट्र में काम करते थे। लॉकडाउन के बाद घर वापसी की जब कोई व्यवस्था नहीं हो पाई तो वहां के एक दोस्त की बाइक लेकर अपने घर आ गए। बताया कि वे दोनों तीन दिन तक बारी-बारी से बाइक चलाकर नावाडीह पहुंच पाए।

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--पिछरी में सात लोग किए गए होम क्वारंटाइन

संस, पिछरी (बेरमो): पेटरवार प्रखंड के पिछरी ग्राम में रविवार को अन्य राज्य से पहुंचे सात लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया। उनमें एक मजदूर सहित छह सदस्यीय परिवार शामिल है। पिछरी स्वास्थ्य उपकेंद्र की एएनएम संजीता कुमारी ने उन सभी को स्वास्थ्य जांच कर 14 दिनों तक घर में ही रहने का निर्देश दिया। उनमें पिछरी स्थित पिपराटांड़ निवासी मजदूर चंद्र मांझी 18 दिनों तक महाराष्ट्र से पैदल चलकर अपने घर पहुंचा। उसने बताया कि वह महाराष्ट्र में एक ठेकेदार के अधीन दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करता था। लॉकडाउन होने के एक माह बाद ठेकेदार ने अपने हाथ खड़े कर दिए तो खाने-पीने की दिक्कत होने पर मजबूरन पैदल ही चल पड़े। अलीगढ़ पहुंचने पर प्रशासन ने बस से रांची भिजवाया। उसके बाद अन्य वाहन से पेटरवार पहुंचे। वहीं पिछरी के तालाब मोड़ निवासी दामोदर साव अपने बच्चे का इलाज वेल्लोर से कराकर सपरिवार घर लौटे तो उनके सभी 6 परिजनों को एएनएम ने 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन रहने की हिदायत दी।

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