उद्यमियों की समस्या पर बियाडा गंभीर

By Edited By: Publish:Sat, 20 Sep 2014 10:44 PM (IST) Updated:Sat, 20 Sep 2014 10:44 PM (IST)
उद्यमियों की समस्या पर बियाडा गंभीर

बोकारो : बोकारो औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) के तहत आनेवाले उद्यमियों के प्रति प्रबंधन गंभीर है। उद्यमियों को भी अपनी कार्यशैली में परिवर्तन करना होगा। उद्यमी भी बदली परिस्थितियों में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहें। यह कहना है बियाडा के प्रबंध निदेशक सह उपायुक्त उमाशंकर सिंह का। वे शनिवार को बियाडा भवन में उद्यमियों की समस्या पर आयोजित बैठक में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि बियाडा उद्यमियों के लिए लोकउपक्रमों से तभी बात कर सकता है, जब उद्यमी भी शून्य त्रुटिवाले उत्पाद का उत्पादन करें ताकि उनके सामान की मांग हो। उन्होंने एक-एक कर उद्यमियों से उनकी समस्याओं को जाना और बात की।

उद्यमियों ने बताया कि बोकारो इस्पात प्रबंधन के कुछ अधिकारी जान-बूझकर बियाडा के उद्यमियों को परेशान करते हैं। बोकारो इस्पात प्रबंधन फिलहाल 73 हजार प्रकार के सामान की खरीद करता है। पहले आधा सामान बियाडा के उद्योगों से लिया जाता था, लेकिन आज यह स्थिति नहीं है।

अब मात्र 14 हजार आइटम ही बियाडा के लिए है। एक-एक आइटम के दर्जनभर आपूर्तिकर्ता हैं। उद्यमियों को इतना भी कार्यादेश नहीं मिलता कि वे अपनी कंपनी का अनुरक्षण व्यय भी प्राप्त कर सकें। किसी एक उद्यमी की गलती के कारण उस उत्पाद की आपूर्ति ही बियाडा से बंद कर दी जाती है। यह बोकारो इस्पात प्रबंधन के भेदभावपूर्ण रवैये को दर्शाता है।

कच्चे माल की नहीं होती आपूर्ति : कई उद्यमियों ने आरोप लगाया कि बोकारो इस्पात प्रबंधन बियाडा के उद्यमियों को कच्चे माल की आपूर्ति तक नहीं करता है। ई-ऑक्शन के बहाने बियाडा उद्यमियों को माल नहीं दिया जाता है। बियाडा के उद्योगों को बाजार कीमत पर यदि कच्चे माल की आपूर्ति की जाए तो आधा दर्जन उद्योग अपना उत्पादन ठीक ढंग से संचालित कर सकते हैं। बैठक में सचिव एसएन उपाध्याय, एडीओ रंजीत सिंह, उद्यमी देवकुमार पोद्दार, एलएन मिश्रा, राजेश कुमार, रतनदेव सिंह, आमोद सिंह आदि उपस्थित थे।

उद्यमियों ने उठाए ये मुद्दे

- बिजली की नियमित आपूर्ति की जाए।

- बोकारो इस्पात की ओर से खरीदे जानेवाले सभी सामान की आपूर्ति निविदा में बियाडा उद्यमियों को भाग लेने का मौका मिले।

- अनुषंगी इकाइयों को कच्चा माल एवं कार्यादेश सुनिश्चित किया जाए।

- उद्यमियों की समस्या का बियाडा में जल्द निपटारा हो।

- बोकारो इस्पात के अधिकारियों के साथ प्रत्येक माह समन्वय बैठक हो।

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