देश पर मर-मिटने वाले हो जाते अमर

By Edited By: Publish:Sun, 31 Aug 2014 07:45 PM (IST) Updated:Sun, 31 Aug 2014 07:45 PM (IST)
देश पर मर-मिटने वाले हो जाते अमर

नावाडीह : जो देश की रक्षा करते हुए शहीद होते हैं, वे अमर हो जाते हैं। गुंजरडीह के पप्पू प्रसाद ने अनंतनाग में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति देकर राज्य को गौरव प्रदान किया, लेकिन यहां की सरकार ने उस शहीद की याद को सहेजने के लिए कुछ भी नहीं किया।

ये बातें बाघमारा के विधायक ढुलू महतो ने रविवार को गुंजरडीह के चटनियाटांड़ में वैश्य विकास मंच की ओर से शहीद पप्पू प्रसाद की नवस्थापित प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि शहीद पप्पू प्रसाद का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना चाहिए। कहा कि सड़क दुर्घटना आदि से मरने वालों को शहीद की उपाधि देकर हर वर्ष उनकी पुण्यतिथि मनायी जाती है, परंतु देश के लिए अपने प्राण की आहुति देने वाले को सरकार उपेक्षित कर रही है। बताया कि इसे लेकर उन्होंने कई बार राज्य सरकार से गुहार लगायी, परंतु कुछ हासिल नहीं हुआ।

डुमरी विधानसभा क्षेत्र के झाविमो प्रभारी प्रदीप साहू ने कहा कि जात-पांत की राजनीति के कारण शहीद पप्पू की स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उपेक्षा की, जिसे क्षेत्र की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। झावियुमो के जिला महामंत्री दिलीप यादव ने कहा कि 17 नवंबर 2003 को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में यहां के लाल पप्पू प्रसाद जब शहीद हुए थे, तब तत्कालीन राज्य सरकार ने उनके समाधि स्थल पर प्रतिमा स्थापित कराने सहित अन्य कई घोषणा की थी। उनमें से कोई भी घोषणा अबतक धरातल पर नहीं उतारा जाना सरकार की मानसिकता को दर्शाने के लिए काफी है।

वैश्य विकास मंच के अध्यक्ष कमल साव की अध्यक्षता में संपन्न समारोह का संचालन झावियुमो के बेरमो प्रखंड अध्यक्ष तपेश्वर ठाकुर ने किया। ंप्रतिमा का अनावरण शहीद पप्पू प्रसाद की मा गीता देवी एवं पिता भुनेश्वर साव ने किया। मौके पर डुमरी प्रखंड के प्रमुख भोला साव, हेमंत वर्णवाल, देवदीप वर्मा, दुर्गा महतो, शंकर ठाकुर, गौरीशंकर किस्कू, रकीब आलम, रतन पांडेय, विश्वनाथ प्रजापति, झुमन साव, मदन नायक, प्रदीप मंडल आदि उपस्थित थे।

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