गांव कोटला के तालाब की पानी से बुझती है कईयों की प्यास

जुगल मंगोत्रा पौनी रनसू के साथ लगते दूर-दराज के गांव कोटला में पत्थरों के बीच अंग्रेजों के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 06:12 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 06:12 PM (IST)
गांव कोटला के तालाब की पानी से बुझती है कईयों की प्यास
गांव कोटला के तालाब की पानी से बुझती है कईयों की प्यास

जुगल मंगोत्रा, पौनी: रनसू के साथ लगते दूर-दराज के गांव कोटला में पत्थरों के बीच अंग्रेजों के जमाने में बने तालाब के अस्तिव को बचाने के प्रयास हो रहे हैं। तालाब के संरक्षण के लिए मनरेगा के तहत तालाब के चारों तरफ ग्रिल लगाने की योजना है, जिस पर करीब दस लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है।

दरअसल, जैसे ही मौसम में बदलाव आता है क्षेत्र के करीब पंद्रह हजार लोगों को पीने के पानी की चिता सताने लगती है। हर परिवार का सदस्य दो बाल्टी पानी के लिए या तो नल के पास जाता है या फिर पास स्थित बावलियों पर, लेकिन जब बावलियां सूखने के अलावा नल में पानी की सप्लाई नहीं आती तो लोग इसी तालाब का पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि आजादी से पहले क्षेत्र में न नल थे और न बावलियां, लोग प्यास बुझाने के लिए छोटे-छोटे तालाब बनाते थे, जिसमें ग्रामीण अपनी प्यास बुझाने के साथ-साथ मवेशियों को भी इन्हीं तालाबों से पानी पिलाया करते थे।

कोटला गांव के लोगों के लिए यह तालाब पूर्वजों की देन है। वाटर शेड विभाग की तरफ से दस साल पहले तालाब से मिट्टी निकलवाई गई थी, जिसके बाद पूरा तालाब एक बार फिर से मौजूदा समय में भी लबालब पानी से भरा हुआ है। अब एक बार फिर से तालाब को

फोटो--

08यूडीएम2 विजय कुमार शर्मा, सरपंच

आने वाले दिनों में कोटला गांव से शिवखोड़ी गुफा तक गंडोला कार सेवा भी चालू हो जाएगी। इसे देखते हुए तालाब को पर्यटकों की आने की संभावना को देखते हुए विकसित किया जाना चाहिए। मनरेगा के तहत तालाब को विकसित करने के लिए प्लान तैयार किया गया है।

विजय कुमार शर्मा, सरपंच पंचायत कोटला

फोटो--08यूडीएम3- प्रवीण कुमार

कोटला तालाब लोगों और मवेशियों के पानी के लिए अनिवार्य है। गांव के लोग इसी तालाब से पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं। अगर प्रशासन की तरफ से इस तालाब के अस्तिव को बचाए रखना है तो इसे पर्यटन मानचित्र में लाना होगा। तालाब के चारों तरफ ग्रिल लगाकर तालाब को और बेहतर ढंग से खूबसूरत बनाया जा सकता है।

प्रवीण कुमार, निवासी कोटला फोटो--08यूडीएम4-मुल्ख राज

तालाब में मछलियां भी काफी संख्या में हैं। अगर कोटला तालाब के रखरखाव को लेकर कदम उठाए जाते हैं तो पर्यटकों के लिए बेहतर रहेगा। तालाब और गंडोला कार सेवा आरंभ होने पर श्रद्धालु पहुंचेंगे, जिससे क्षेत्र में रोजगार के साधन बढे़ंगे।

मुल्खराज, निवासी कोटला

फोटो--08यूडीएम5-ओमप्रकाश

तालाब को खूबसूरत तरीके से विकसित करने के लिए पूरा प्रयास किया जाए। आने वाले समय में इसी स्थान से शिवखोड़ी गुफा तक गंडोला कार सेवा शुरु की जाएगी, जिसके लिए सर्वे पूरे हो चुके हैं।

ओमप्रकाश, स्थानीय निवासी।

chat bot
आपका साथी