अपने साथ सर्दी ही नहीं आफत भी लाई बर्फबारी, बिजली गुल

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर: इस बार हुई बारिश और बर्फबारी न केवल अपने साथ सर्दी का प्रकोप

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jan 2019 01:16 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jan 2019 01:16 AM (IST)
अपने साथ सर्दी ही नहीं आफत भी लाई बर्फबारी, बिजली गुल
अपने साथ सर्दी ही नहीं आफत भी लाई बर्फबारी, बिजली गुल

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर: इस बार हुई बारिश और बर्फबारी न केवल अपने साथ सर्दी का प्रकोप लेकर आई, बल्कि पहाड़ी इलाकों में रहने वालों के लिए आफत भी लाई है। सड़क संपर्क कटे हैं। बिजली और पानी आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित है। मौसम ने साथ दिया तो भी इन सेवाओं को पूरी तरह बहाल होने में दो दिन लगेगा। इलाके में बिजली, पानी और सड़क संपर्क बहाल करने के लिए सभी विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।

पिछले दो दिनों में मैदानी इलाकों में जमकर हुई बारिश तथा पहाड़ों पर बर्फबारी ने एक तरफ जहां सर्दी में इजाफा कर लोगों कि दिक्कतों को बढ़ा दिया है। वहीं जिले के सभी उपरी पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी ने बिजली आपूर्ति और जलापूर्ति ढांचे को नुकसान पहुंचाया है। नुकसान कितना यह आंकड़े विभागों के पास नहीं पहुंचे हैं। अगले एक दो दिनों में नुकसान के आंकड़े आने की उम्मीद है।

जिले के सभी उपरी पहाड़ी इलाकों का सड़क संपर्क जिला और तहसील मुख्यालयों से कटा रहा। जिले के पंचैरी, मोंगरी, लाटी, डुडु, सहित सभी मुख्य इलाकों में सड़कों पर गिरी एक से डेढ़ फीट तक बर्फ को हटाने का काम जारी है। अभी तक ज्यादा इलाकों का सड़क संपर्क बहाल नहीं हो पाया है। वीरवार को मुख्य इलाकों का सड़क संपर्क बहाल होने की उम्मीद है। इसके बाद इन इलाकों के अन्य संपर्क मार्गों पर गिरी बर्फ को हटाने का काम किया जाएगा।

बारिश और बर्फबारी ने बिजली आपूर्ति ढांचे को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। ग्रिड से रामबन, खिलैनी, किश्तवाड़ जाने वाली 132 केवीए लाईन पर गिरे पेड़ ने नुकसान कर बिजली आपूर्ति को प्रभावित किया। वहीं जिले के सभी उपरी पहाड़ी इलाकों में बिजली की तारों से लेकर खंभे टूटने और लाइनों पर पेट और टहनियां गिर कर टूटने से बिजली आपूर्ति ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ है। बिजली विभाग की एमएंडआरई डिविजन के एक्सईएन राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि लगभग सभी बर्फबारी प्रभावित पहाड़ी इलाकों में बिजली गुल है। बसंतगढ़, पंचैरी, मोंगरी, डुडु, लाटी सहित अन्य इलाकों में बर्फबारी के बाद से बिजली गुल है। तारों पर बर्फ की मोटी परत जमा है, जिस वजह से तारें कई स्थानों पर टूटी है।

बर्फबारी और खून जमा देने वाली सर्दी के बीच भी बिजली विभाग के कर्मचारी नंगे हाथों से बिजली बहाल करने में दिन भर जुटे रहे। नुकसान कितना हुआ है, यह आंकड़े अभी नहीं आए हैं। बाक्स---

शहर के गांवों में जलापूर्ति सेवा ठप

बारिश और बर्फबारी और उसके कारण बिजली आपूर्ति के प्रभावित होने से शहर के साथ पूरे जिला में जलापूर्ति भी खासी प्रभावित हुई है। इस बारे में पीएचई विभाग के एक्सईएन अजय गुप्ता ने बताया कि बारिश रुकने के बाद मंगलवार देर रात को पानी में मिट्टी कम होने पर पं¨पग का काम शुरू किया गया। फिर भी फटकरी की मदद से मिट्टी अलग कर पानी साफ करने में काफी समय लगा। बारिश के कारण मिट्टी के बढ़ने तथा आपूर्ति लाइनों में खराबी की वजह से शहर में 85 फीसद जलापूर्ति प्रभावित रही। रामनगर में 80 फीसद जलापूर्ति बहाल हो गई। चिनैनी, सुद्धमहादेव और कालड़ी इलाकों में भी जलापूर्ति बहाल कर दी गई है। कुद और पत्नीटॉप और लाटी में बर्फबारी और बारिश की वजह से लाईनों में खराबी के कारण पानी आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। कोट्स

बारिश और बर्फबारी से ऊधमपुर जिले में लोगों की परेशानियों में इजाफा हुआ है। वीरवार तक सभी मुख्य इलाकों का सड़क संपर्क बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। बिजली और पानी जैसी आवश्यक सेवाओं को भी शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।

र¨वद्र कुमार, डीसी ऊधमपुर।

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