दो दिन से अंधेरे में डूबा बसंतगढ़ अभी भी पूरी तरह न हो पाया रोशन

जागरण संवाददाता ऊधमपुर एक बार फिर से हुई बर्फबारी ने सिर्फ सर्दी ही नहीं बढ़ाई ल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jan 2020 01:36 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 06:20 AM (IST)
दो दिन से अंधेरे में डूबा बसंतगढ़ अभी भी पूरी तरह न हो पाया रोशन
दो दिन से अंधेरे में डूबा बसंतगढ़ अभी भी पूरी तरह न हो पाया रोशन

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :

एक बार फिर से हुई बर्फबारी ने सिर्फ सर्दी ही नहीं बढ़ाई लोगों की परेशानियों में इजाफा किया है। बर्फबारी के बाद पहाड़ी इलाकों में लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। बर्फबारी के बाद अंधेरे में डूबा बसंतगढ़ इलाका अभी तक पूरी तरह से रोशन नहीं पाया है। इसी तरह से पंचैरी और मोंगरी का 20 फीसद इलाका अंधेरे में है। पूरी तरह से बिजली आपूíत बहार होने में अभी एक दो दिन का और समय लगेगा।

मैदानी क्षेत्र से लोगों को आकर्षित करने वाले बर्फ वास्तव में पहाड़ी लोगों के लिए आफत बन गई है। बर्फबारी के कारण पहाड़ों पर रहने वालों की दिनचर्या प्रभावित होकर रह गई है। हर बार बर्फबारी होने पर बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से लोगों को वंचित रहना पड़ता है।

हाल ही में तीन दिन तक पहाड़ों पर अच्छी खासी बर्फ गिरी है। बर्फ के कारण सड़क संपर्क के प्रभावित होने से आवश्यक चीजों के लिए भी लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

33 केवी लाइन में आई थी खराबी

बर्फबारी की वजह से ऊधमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में 33 केवी लाइन में आई खराबी के कारण बिजली गुल हो गई। लोग दो दिनों से रात अंधेरे में गुजार रहे थे। मौसम में सुधार के बाद 33 केवी लाइन की खराबी दूर करने का काम शुरू किया। वीरवार दोपहर को बसंतगढ़ कस्बे के पचास फीसद हिस्से में बिजली आपूíत बहाल हो गई थी। जबकि बसंतगढ़ से कुछ दूरी पर उपरी पहाड़ी इलाकों में आते गंदटॉप, लोदरा, पनारा सहित इलाकों में बिजली आपूíत अभी बंद है। इसे पूरी तरह से बहाल होने में अभी भी एक से दो दिन का समय और लग सकता है।

बर्फबारी से पंचैरी और मोंगरी भी प्रभावित

बर्फबारी से पंचैरी और मोंगरी इलाका भी प्रभावित हुआ है। हालांकि रास्तों को तो खोल दिया गया है। मगर पंचैरी में स्थिति चोबू नाला क्षेत्र में फिसल के कारण लोगों और वाहनों को गुजरने में दिक्कत हो रही है। पंचैरी में तो बिजली पूरी तरह से बंद नहीं हुई, लेकिन बिजली का आना जाना लगा है। मोंगरी में भी 40 फीसद हिस्से में बर्फबारी की वजह से बिजली गुल हुई थी। मगर अब प्रभावित हिस्से में 80 फीसद इलाके में बिजली आपूíत बहाल कर दी गई है, मगर 20 फीसद हिस्से में बिजली बंद है।

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एक से दूसरी जगह आना जाना हुआ मुशकिल

बर्फबारी प्रभावित इलाकों में लोगों का एक से दूसरी जगह आने जाना मुश्किल हो गया है। लोगों को रास्ते में पड़ी डेढ़ से दो फीट तक बर्फ से गुजरना पड़ रहा है। इसलिए बेहद जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। ज्यादातर समय लोग घरों में ही रजाइयों में दुबके रहते हैं। बर्फबारी के चलते लोगों ने पहले ही अपने घरों में राशन व अन्य जरूरी चीजों का पर्याप्त भंडारण कर रखा है। -------------------

छतों से बर्फ हटाने में जुटे रहे लोग

वीरवार को मौसम में सुधार होने के साथ ही बर्फबारी प्रभावित इलाकों में लोगों ने घरों की छतों से बर्फ को हटाने का काम किया। पहाड़ों में लोगों के घरों पर एक से दो फीट तक मोटी बर्फ की पर्त जमा हो गई। बर्फ के कारण छत पर पड़े अतिरिक्त बोझ को कम करने तथा पानी को अंदर आने से रोकने के लिए लोग दिन भर अपने घरों की छतों से बर्फ को हटाते रहे। इसके साथ ही लोगों ने घरों के बाहर और दुकानें के आगे जमा बर्फ को साफ किया।

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मोबाइल फोन चार्ज करने में हो रही परेशानी

बसंतगढ़ और मोंगरी के चालीस फीसद इलाकों में दो दिन से बिजली गुल रहने से लोगों को जहां रात को मशाल, दीये जला कर घरों को रोशन करना पड़ा। वहीं कई लोगों ने इमरजेंसी लाइटों का प्रयोग किया। मगर इनका प्रयोग चार्ज रहने तक ही कर पाए। चार्ज खत्म होते ही यह बंद हो गई। लोगों के मोबाइल फोन डेड हो गए हैं। जिस वजह से लोगों को एक दूसरे से संपर्क करने में दिक्कत हो रही है। जिन इलाकों में बिजली आपूíत बहाल हो गई, वहां पर लोगों ने राहत की सांस ली, जबकि जिन इलाकों में अभी तक बिजली नहीं आई, वहां के लोगों ने बिजली आपूíत वाले इलाकों में लोगों के घरों में जाकर अपने मोबाइल फोन और इमरजेंसी लाइट को चार्ज किया। -------------------------

नलों में जमा पानी, गर्म कर पी रहे लोग

बर्फबारी प्रभावित इलाकों में बिजली के ही नहीं लोगों को पानी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। बर्फबारी वाले इलाके में पारा शून्य से नीचे चला गया है। इससे पाइपों में पानी जम गया है। इससे लोगों के नलों में पानी नहीं आ रहा। लोगों को नलों और पाइपों के नीचे आग जला कर पानी को निकालना पड़ रहा है। या फिर बर्फ के बीच प्राकृतिक स्त्रोतों तक जाकर वहां से पानी लाना पड़ रहा है।

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बर्फबारी से बर्फबारी प्रभावित इलाकों में बिजली आपूíत व्यवस्था प्रभावित हुई है, मगर यह बहुत ज्यादा नहीं है। बसंतगढ़ पूरी तरह अंधेरे में डूब गया था। जबकि पंचैरी और मोंगरी के 40 फीसद इलाके में बिजली गुल हुई थी। अभी तक कोई खास नुकसान की खबर नहीं है। खंभे और तारें टूटने की खबरें हैं। जिनको ठीक कर बिजली आपूíत बहाल करने का प्रयास मौसम में सुधार के साथ ही कर दिया गया था। वीरवार शाम तक बसंतगढ़ कस्बे समेत 50 फीसद हिस्से में बिजली बहाल हो गई थी। शेष में भी एक दो दिन में बिजली बहाल कर दी जाएगी।

राजेंद्र गुप्ता, एक्सईएन, एमएंडआरई, ऊधमपुर

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