छह माह बाद खुले स्कूल, पर नहीं लगेंगी नियमित कक्षाएं

जागरण संवाददाता ऊधमपुर कोरोना संक्रमण के कारण 23 मार्च को हुए लॉकडाउन से पहले से बंद जिल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 06:37 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 06:37 AM (IST)
छह माह बाद खुले स्कूल, पर नहीं लगेंगी नियमित कक्षाएं
छह माह बाद खुले स्कूल, पर नहीं लगेंगी नियमित कक्षाएं

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कोरोना संक्रमण के कारण 23 मार्च को हुए लॉकडाउन से पहले से बंद जिले के स्कूल अनलॉक फोर के बाद सोमवार को खुल गए। हालाकि स्कूल केवल नौवीं से 12 कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए खोले गए हैं, मगर किसी भी स्कूल में नियमित कक्षाएं नहीं लगेंगी। स्कूलों में शिक्षक अभी 45 मिनट से एक घटे का डाउट क्लीयरिंग सेशन ही लगाएंगे।

ऊधमपुर जिले में 121 हाई और 45 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं। अनलॉक फोर में इन स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए डाउब्ट क्लीयरिंग के लिए खोला गया। स्कूलों को बेशक खोल दिया गया है, लेकिन पहला दिन होने के कारण स्कूलों में विद्याíथयों की उपस्थिति न के बराबर थी। वहीं, लोगों ने प्रशासन द्वारा बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति की जिम्मेदारी बच्चों के अभिभावकों पर डालने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लग रहा है कि स्थिति ठीक है, तभी स्कूलों को खोलना चाहिए। कोई भी अभिभावक नहीं चाहेगा कि उसके बच्चे की जिंदगी खतरे में पड़े और कोई अभिभावक क्यों लिखित में देगा कि उसका बच्चा कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच स्कूल में जाए। सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला लिया है तो विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार को ही उठानी चाहिए। स्कूलों को खोलने से पहले किया गया सैनिटाइज

हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों को खोलने से पहले शिक्षा विभाग के निर्देशों पर स्कूल प्रबंधकों ने पूरे स्कूल को सैनिटाइज करने का काम पहले ही शुरू कर दिया। पिछले कुछ दिनों से कुछ स्कूलों में छोटी-मोटी मरम्मत के साथ सैनिटाइज करने का काम शुरू हो गया था। वहीं, कुछ स्कूलों में सेशन के लिए आने वाले विद्यार्थियों को बैठने के लिए कक्षा के कुछ कमरों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया। हर विद्यार्थी को सैनिटाइजर लेकर और ग्लव्स व मास्क पहन कर आना अनिवार्य है। जिसके पास यह नहीं है, उसे स्कूल में यह उपलब्ध कराया जाएगा। 50 फीसद शिक्षक और स्टाफ ही स्कूलों में रहेगा मौजूद

नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए खुले स्कूलों में 50 फीसद ही शिक्षक और स्टाफ मौजूद रहेगा। इसके साथ ही किसी भी कक्षा के कमरे में उसकी क्षमता के 50 फीसद से ज्यादा विद्यार्थी नहीं बैठ सकेंगे। कक्षा लगाने से पहले कक्षा को सैनिटाइज करना जरूरी है। इसके लिए स्प्रे और फॉगिंग के लिए स्कूलों में प्रबंध कर लिए गए हैं। विद्याíथयों के लिए कोरोना के नियमों का पालन जरूरी है। इसके साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए सैनिटाइजर, मास्क और ग्लव्स की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है। अनलॉक फोर में सरकार के निर्देशों के बाद शिक्षा विभाग ने भी नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है। इसके तहत जिले में 166 स्कूलों को सोमवार को खोल दिया गया है, जिनमें से 45 हायर सेकेंडरी और 121 हाई स्कूल शामिल हैं। मगर किसी भी स्कूल में 9वीं से 12वीं तक की नियमित कक्षाएं नहीं लगेंगी। विद्यार्थी के लिए विषय के डाउट क्लीयरिंग सेशन आयोजित होंगे, जिसमें विद्यार्थी परिवार की अनुमति से घटे-दो घटे के लिए आकर अपनी शकाओं का निवारण कर सकता है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बने वाट्स एप ग्रुप पर विद्यार्थी विभिन्न विषयों के शिक्षक और अपनी कक्षा के शिक्षकों से संपर्क में हैं। इसी ग्रुप पर उनको पता चल जाएगा कि किस विषय के शिक्षक का सेशन किस दिन और कितने बजे है। उसी के मुताबिक विद्यार्थी स्कूल में आ सकेंगे। पहला दिन होने के कारण स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी कम रही। कुछ स्कूलों में इक्का-दुक्का विद्यार्थी पहुंचे, जबकि पहला दिन होने की वजह से ज्यादातर स्कूलों में विद्यार्थी नहीं पहुंचे।

- पीडी शर्मा, सीईओ ऊधमपुर

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