नंद पैलेस के पास मेटाडोर पलटने से एक की मौत, 24 घायल

06यूडीएम9-नंद पैलेस के पास पलटी मेटाडोर से घायलों को बाहर निकालते स्थानीय लोग। 06यूडीएम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 09:44 PM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 02:27 AM (IST)
नंद पैलेस के पास मेटाडोर पलटने से एक की मौत, 24 घायल
नंद पैलेस के पास मेटाडोर पलटने से एक की मौत, 24 घायल

06यूडीएम9-नंद पैलेस के पास पलटी मेटाडोर से घायलों को बाहर निकालते स्थानीय लोग।

06यूडीएम10-जिला अस्पताल में भर्ती घायल।

06यूडीएम11-ऊधमपुर जिला अस्पताल में घायल का उपचार करते डिप्टी मेडिकल सुप¨रटेंडेंट।

06यूडीएम12-हादसे की सूचना मिलने पर घर में आयोजित समारोह छोड़ कर घायलों के उपचार के लिए पहुंचा स्वास्थ्यकर्मी।

06यूडीएम13 से 15-जिला अस्पताल में घायल का उपचार करते स्वास्थ्यकर्मी।

06यूडीएम16-हादसे के बाद अपने परिजनों से फोन पर बात करता एक घायल।

06यूडीएम17 व 18-जिला अस्पताल में भर्ती घायल।

06यूडीएम19 व 20-जिला अस्पताल में घायल का उपचार करते स्वास्थ्यकर्मी।

06यूडीएम21-जिला अस्पताल में भर्ती घायल।

06यूडीएम22-हादसे में सुरक्षित बची बच्ची जिला अस्पताल में अपनी मां के साथ।

06यूडीएम23-जिला अस्पताल से एमएच रेफर मरीज एंबुलेंस में परिजनों व सैन्यकर्मी के साथ।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :

जिला में मनाये जा रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान बुधवार को वाहन चालक की लापरवाही एक और दर्दनाक हादसे की वजह बनी। ऊधमपुर शहर की बाहरी सीमा पर धार रोड़ पर कल्लर इलाके में मेटाडोर के पलटने से एक महिला यात्री की मौत हो गई। जबकि मेटाडोर में सवार 24 अन्य यात्री घायल हो गए। जिसमें तीन की हालत गंभीर है। इनमें से एक घायल को सेना के कमांड अस्पताल और एक को जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

शाम साढ़े चार बजे के करीब ऊधमपुर से यात्रियों को लेकर रवाना हुई मेटाडोर नंबर जेके14-9489 ऊधमपुर से त्रिला जा रही थी। मेटाडोर अभी दो किलोमीटर दूर शहर की बाहरी सीमा पर कल्लर इलाके में स्थित नंद पैलेस के पास पहुंची थी कि नंद पैलेस वाले मोड़ पर चालक ने वाहन पर से अपना नियंत्रण को दिया। जिससे मेटाडोर आगे खड़े एक वाहन से टकरा कर सड़क पर पलट गई। घायलों ने इस हादसे के लिए मेटाडोर चालक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि है। वाहन चालक तेज रफ्तार से वाहन चला रहा था। अचानक सामने वाहन देख कर उसने बचाने के लिए वाहन को कट मार, जिससे मेटाडोर वाहन से टकराते हुए पलट गई। उके मुताबिक मेटाडोर पूरी तरह भरी हुई थी।

मेटाडोर के पलटते ही मेटाडोर में सवार यात्रियों की चीख पुकार मच गई। इस चीख पुकार कर सुन आसपास से स्थानीय लोग वहां पहुंचे। फौरन राहत और बचाव कार्य कर मेटाडोर से घायलों को बाहर निकाला व निजी वाहनों से जिला अस्पताल ऊधमपुर पहुंचाया। जहां पर एक महिला यात्री को डॉक्टरों ने मृत लाया घोषित कर दिया। जबकि बाकी का उपचार शुरु कर दिया।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच व कार्रवाई शुरु कर दी है। इस बारे में एआरटीओ रचना शर्मा ने कहा कि यात्रियों से हुई बातचीत के आधार पर हादसा चालक की लापरवाही के कारण हुआ है। मेटाडोर चालक फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। जांच के बाद वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।

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घायलों के आते ही उपचार में जुटे सभी

नंद पैलेस के पास मेटाडोर हादसा जिला अस्पताल में थोड़ी दूरी प हुआ। जिस वजह से हादसे में घायल हुए लोग दस मिनट के भीतर ही अस्पताल पहुंचना शुरु हो गए। घायलों के पहुंचने से पहले ही जिला अस्पताल के एमएस डॉ. विजय बसनोत्रा इमरजेंसी में पहुंच गए। इतने कम समय में सूचना मिलने पर अस्पताल के डॉ. मोनिका भारती, डॉ. रमा ¨ढगरा, डॉ. राजेंद्र नागर और डॉ. विनीत गुप्ता भी पहुंच गए। खुद जिला अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. विजय रैना घायलों के उपचार में जुट गए। यहां तक की पैरामेडिकल स्टॉफ को बुला लिया गया। एक पैरामेडिकल स्टॉफ तो घर में आयोजित समारोह को छोड़ कर जिला अस्पतालम में घायलों के उपचार के लिए पहुंच गया। घायलों को उपचार देकर वार्डों में शिफ्ट कर दिया गया।

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हादसे में मासूम बच्ची का बाल तक नहीं हुआ बांका

मेटाडोर पलटने से हुए हादसे की वजह ने जहां 24 यात्रियों के शरीर पर घाव दे दिया। मगर इस हादसे में एक सवा साल की अबोध बच्ची का बाल तक बांका नहीं हुआ। हालांकि उसकी मां को मामूली रूप से घायल हुई। ऊधमपुर की रहने वाली यह महिला त्रिला में अपने रिश्तेदारों के यहां अपनी बच्ची के साथ मुंडन समारोह में शरीक होने के लिए जा रही थी। मगर इसी बीच मेटाडोर हादसा हो गया। इस हादसे में वह खुद थोड़ी घायल हो गई, मगर बच्ची को खरोंच तक नहीं आई। वहीं जिला अस्पताल में जब डॉक्टर उसकी जांच कर रहे थे, वह बच्ची हादसे से बेपरवह होकर खिलखिला कर हंसती रही।

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एक घायल के उपचार में हुई परेशानी

जिला अस्पताल पहुंचे मेटाडोर हादसे में घायल हुए एक व्यक्ति के उपचार के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अस्पताल में पहुंचे इस घायल के सिर और चेहरे पर काफी चोट थी। वह कुछ बोल भी नहीं पा रहा था। जैसे ही उसे स्वास्थ्यकर्मी उपचार के लिए लिटाते थे, वह उठ कर बैठ जाता और कराहने लगता। कई बार वह स्टेचर से गिरते हुए बचा। यहां तक की वह तीन से चार लोगों के भी काबू में नहीं आ रहा था। इसके बाद उसे दर्द निवारक व अन्य इंजेक्शन देकर शांत किया कर उसका उपचार किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उसे गंभीर चोट आने की वजह से उसकी ऐसी स्थिति थी।

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मेटाडोर हादसे में घायलों के नाम:-

मोहम्मद(34) अली पुत्र सराज दीन निवासी, शमीम अख्तर(20) पत्नी मुमताज अली निवासी त्रिला, मिस्सा(35) पुत्री शातरी निवासी घोरड़ी, सकीना(60) पत्नी ममदू निवासी धनाल, मोहम्मद रहमान(18) पुत्र शमसदीन निवासी धनाल,पवन कुमार(35) पुत्र शंकर दास निवासी इंडस्ट्रीयल एस्टेट, मोहम्मद सादिक(21) पुत्र मोहम्मद बशीर निवासी जखैनी, बिशनो देवी(65) पत्नी करतार चंद निवासी त्रिला,अजय कुमार (35) पुत्र लुंडा राम निवासी धनाल, रमेश कुमार(50) पुत्र बदरी नाथ निवासी धनाल, कमलेश देवी(29) पत्नी शाम ¨सह निवासी ओसू कैरा, फौंकरी (60) पुत्र कृपु निवासी धनाल, मो¨हद्र(35) पुत्र गिरधारी लाल निवासी धनाल, कुलदीप(50) पुत्र नंद लाल निवासी धनाल, कृपाल ¨सह (31) पुत्र शाम ¨सह निवासी धनाल, रमेश कुमार(55) पुत्र धनी राम निवासी धनाल, जाकिर हुसैन(24) पुत्र ममदू निवासी धनाल शकील अहमद(30) पुत्र मोहम्मद सुलतान निवासी धनाल, न¨रद्र शर्मा पुत्र अश्विनी शर्मा निवासी जगानू, ज्योति(22) पुत्री पूर्ण ¨सह पातली

प्रीतम ¨सह(71) पुत्र जगदेव ¨सह निवासी हरतरेयान, रानो देवी(71) पत्नी स्वर्ण ¨सह निवासी बली नाला, वंशू(10) पुत्र शाम ¨सह निवासी ओसू कैरा, सुनील (20) पुत्र प्रभ दयाल निवासी त्रिला।

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