डोगरा हाट में श्रद्धालुओं के मिलेंगे स्थानीय संस्कृति के सामान

जुगल मंगोत्रा पौनी कोठिया पंचायत में स्थित डोगरा हाट में सोलर लाइट लगवाई जाएंगी। इसके लिए बहुत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 06:14 AM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 06:14 AM (IST)
डोगरा हाट में श्रद्धालुओं के मिलेंगे स्थानीय संस्कृति के सामान
डोगरा हाट में श्रद्धालुओं के मिलेंगे स्थानीय संस्कृति के सामान

जुगल मंगोत्रा, पौनी

कोठिया पंचायत में स्थित डोगरा हाट में सोलर लाइट लगवाई जाएंगी। इसके लिए बहुत जल्द काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा डोगरा हाट की जानकारी के लिए जम्मू से शिवखोड़ी तक संकेत बोर्ड भी लगाए जाएंगे। डोगरा हाट में सामानों की बिक्री के लिए आपरेशन सद्भावना के तहत सेना की तरफ से शेड का निर्माण भी किया जाएगा।

रियासी डीसी इंदु कंवल चिब ने वीरवार को डोगरा हाट पहुंच कर स्वयं सहायता समूह (उम्मीद) से जुड़ी महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने महिलाओं से कहा कि 10 मार्च से महाशिवरात्रि मेले का शुभारंभ हो रहा है। तीन दिवसीय इस मेले में हजारों की संख्या में शिवभक्त आएंगे। महाशिवरात्रि मेले से पहले डोगरा हाट की सभी तैयारी पूरी कर ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा डोगरा हाट डोगरा संस्कृति से जुड़ा हर एक सामान शिवखोड़ी आने वाले शिवभक्तों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए कटड़ा रेलवे स्टेशन से लेकर डोगरा हाट कोठिया तक वाल पेंटिंग व संकेत बोर्ड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। डोगरा हाट में रियासी जिले के प्रत्येक पंचायत व गाव की महिलाएं पहुंच कर अपने घरों में तैयार सामान की बिक्री कर सकती हैं। जिले से बाहर की किसी भी महिला को यहा सामान की बिक्री करने की अनुमति नहीं है। डीसी ने कहा कि डोगरा हाट में बिक्री के लिए लाया सामान बिक्री से बचने पर एक कच्चे कमरे में रखा जाएगा। इसके लिए बहुत जल्द डोगरा हाट के नजदीक कच्चे कमरे का निर्माण भी किया जाएगा। कमरे में चारपाई लगाई जाएगी और बचा हुआ सामान रखने के अलावा उसमें विश्राम की भी सुविधा रहेगी। डीसी ने खैरालेड पंचायत के कृष्ण सिंह को पूरा कमरा बनाने के लिए 80 हजार रुपये देने की घोषणा की है। शिवभक्तों के विश्राम के लिए कच्चे घरों की तलाश

देशभर से कटड़ा माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद शिवखोड़ी आने वाले भक्तों के विश्राम के लिए कच्चे घरों की तलाश की जा रही है। डीसी ने प्रशासनिक अधिकारियों को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यात्रा मार्ग से सटे गाव में कच्चे घरों की सूची तैयार करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा यात्रा मार्ग से सटे 20 के करीब कच्चे घरों की तलाश है। जो लोग अपना कच्चे घर का एक कमरा पूरी तरह से तैयार करके उन्हें देते हैं, तो इसके लिए उन्हें बाकायदा किराया दिया जाएगा। इन कमरों में शिवखोड़ी व कटड़ा माता वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं को ठहराया जाएगा। अगले दिनों में तापमान बढ़ने के बाद कच्चे कमरे में बैठना और उसमें विश्राम करना बहुत ही आरामदायक होता है। शिवभक्तों को इन कमरों में ठहराया जाएगा, ताकि क्षेत्र में बेरोजगारी को दूर करने के लिए और आमदनी के साधन उपलब्ध हो सकें। डीसी इंदु कंवल चिब का कहना है कि डोगरा हाट में सामानों की बिक्री के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के चार क्लस्टर बनाए गए हैं। इसमें बारी-बारी से एक-एक क्लस्टर की महिलाएं पहुंचकर अपने घरों में तैयार सामान की बिक्री करेंगीं। डोगरा हाट में महाशिवरात्रि मेले तक सामान बिक्री की सभी तैयारी पूरी कर ली जाएंगी। मेले में आने वाले शिवभक्तों का नहीं होगा कोरोना टेस्ट

आधार शिविर रनसू शिवखोड़ी में 10 मार्च से लगने वाले तीन दिवसीय महाशिवरात्रि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। मेले के दौरान यहां आने वाले शिवभक्तों के कोरोना टेस्ट नहीं किए जाएंगे। यह जानकारी शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड की वाइस चेयरमैन व डीसी इंदु कंवल चिब ने दी। डीसी ने बताया तीन दिवसीय महाशिवरात्रि मेले के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने के लिए शिवखोड़ी पहुंचेंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ को देखते हुए 3 दिन तक कोरोना का टेस्ट नहीं किया जाएगा। मेला संपन्न होने के बाद फिर से उन्हीं श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी, जिनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव होगा।

बता दें कि मौजूदा समय में रियासी जिले में कोविड-19 का एक भी मामला सक्रिय नहीं है। जिसे देख प्रशासन की तरफ से शिवखोड़ी मेले के दौरान भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को टेस्ट से राहत देने की बात कही गई है। बताया यह भी जा रहा है कि श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ उमड़ने को देखते हुए प्रशासन की तरफ से कोविड-19 टेस्ट नहीं करने का फैसला लिया गया है। प्रशासन द्वारा लिए गए इस फैसले से शिवखोड़ी व रनसू के स्थानीय लोगों एवं दुकानदारों ने राहत महसूस की है। दुकानदारों का कहना है महाशिवरात्रि मेले के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं। अगर कोविड-19 टेस्ट को लेकर श्रद्धालुओं को रोका जाता तो इससे उनकी संख्या कम हो जाती। टेस्ट से राहत देने के बाद काफी संख्या में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे, जिससे स्थानीय व्यापारियों को काफी लाभ होगा।

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