नवरात्र पर शिवखोड़ी में सजी प्रसाद की दुकानें

संवाद सहयोगी पौनी पावन चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो रहे हैं। नवरात्र के उपलक्ष्य में शिवखोड़ी में

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 07:43 AM (IST) Updated:Sat, 06 Apr 2019 07:43 AM (IST)
नवरात्र पर शिवखोड़ी में सजी प्रसाद की दुकानें
नवरात्र पर शिवखोड़ी में सजी प्रसाद की दुकानें

संवाद सहयोगी, पौनी : पावन चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो रहे हैं। नवरात्र के उपलक्ष्य में शिवखोड़ी में भोले के प्रसाद से दुकानें सजी हुई हैं। देश भर से भगवान शंकर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु गुफा में भोले के शिवलिग के दर्शन के लिए जाने से पहले नारियल, बेल पत्ते, धोती, गढ़वा, सिदूर आदि खरीद कर आगे बढ़ते हैं। श्रद्धालु गुफा में जाकर भगवान शंकर के आगे पूजा में प्रसाद की भेंट चढ़ाकर बाहर लौटते हैं। श्रद्धालु मानते हैं कि नवरात्रों में भगवान शंकर के शिवलिग की पूजा और पर प्रसाद चढ़ने पर उनके कष्ट दूर हो जाते हैं। शिवलिग पर चढ़ने वाले इस चढ़ावे को श्राइन बोर्ड द्वारा फिर से अपनी दुकानों पर श्रद्धालुओं को बेचने के लिए रख जाता है, जिससे प्रसाद बेकार नहीं होता है। नवरात्र के मद्देनजर रनसू बाजार से लेकर गुफा के मुख्य द्वार तक सभी दुकानें भोले के प्रसाद से सजी हुई हैं। बोर्ड कर्मचारियों द्वारा बाबा के दरबार को फूलों से सजाया गया है। आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नवरात्रों में सुबह शाम आरती में बैठने की व्यवस्था की गई है। जो श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने के लिए नहीं पहुंच पाएंगे वह अपने घरों पर बैठकर कर शिवखोड़ी से रोजना सुबह शाम एमएच1 चैनल पर प्रसारित होने वाली आरती के माध्यम से भोले बाबा के दर्शन कर सकते हैं। नवरात्र पर कटड़ा माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन के लिए रनसू शिवखोड़ी पहुंचते हैं। भक्तों को कोई दिक्कत न हो इसे लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। गुफा में श्रद्धालुओं को पूजा करवाने के लिए पंडितों को निर्देश दे दिए गए हैं।

अशोक कुमार, नायब तहसीलदार रनसू चैत्र नवरात्र पर श्रद्धालुओं की ज्यादातर मांग शिवलिग पर रुद्राभिषेक की पूजा करने की रहती है। इस बार श्रद्धालुओं के लिए पूजा में खास ध्यान रखा जाएगा। श्रद्धालु आरती के बाद दोनों समय शिवलिग की पूजा कर सकते हैं। गुफा में उपस्थित सभी शास्त्री पंडित श्रद्धालुओं को विधि पूर्वक पूजा करवाएंगे।

पंडित दीपक शास्त्री, मुख्य पुजारी शिवखोड़ी गुफा

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