त्योहार खत्म, क्या अब शहर को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाएगी नगर परिषद ?

जागरण संवाददाता ऊधमपुर भैया दूज के साथ त्योहारी सीजन का भी अंत हो गया है मगर शहर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 Oct 2019 09:28 AM (IST) Updated:Fri, 01 Nov 2019 06:42 AM (IST)
त्योहार खत्म, क्या अब शहर को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाएगी नगर परिषद ?
त्योहार खत्म, क्या अब शहर को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाएगी नगर परिषद ?

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : भैया दूज के साथ त्योहारी सीजन का भी अंत हो गया है, मगर शहर में अतिक्रमण की समस्या अभी भी जस की तस है। बाजार में रेहड़ी-फड़ी से लेकर दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। नगर परिषद ने करवाचौथ के बाद अभियान शुरू किया था, मगर एक ही दिन चलने के बाद इस अभियान ने दम तोड़ दिया दिया।

करवाचौथ पर्व के बाद नगर परिषद ने शहर में अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया और पहले रेहड़ी-फड़ी वालों के साथ ही कुछ दुकानदारों पर भी कार्रवाई की। इस कार्रवाई का असर पहले दिन कुछ हद तक नजर आने लगा। मगर इसी बीच दुकानदारों और रेहड़ी वालों ने नप की कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। जबरदस्त विरोध के बाद नप को कार्रवाई दोपहर को बंद करनी पड़ी। अगले दिन चंद रेहड़ी वालों पर कार्रवाई की गई और फिर धीरे-धीरे अतिक्रमण अभियान चलना बंद हो गया।

बता दें कि नगर परिषद ने जब भी ऊधमपुर शहर में अवैध रेहड़ियों व दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्रवाई शुरू की, विरोध के कारण उसे कार्रवाई को रोकना पड़ा है। अक्टूबर के शुरू में नगर परिषद के हाउस की हुई बैठक में तीन पहिया रेहड़ियों में सामान बेचने वालों पर कार्रवाई करने का फैसला सर्वसम्मति से लेने के बावजूद आज भी माल ढुलाई वाली तीन पहिया रेहड़ियों पर माल बिक्री हो रहा है।

दुकानदारों के विरोध के चलते त्योहारी सीजन तक नगर परिषद ने अतिक्रमण अभियान न चलाने का फैसला लिया। शारदीय नवरात्र से शुरू हुआ त्योहारी सीजन 29 अक्टूबर को भैया दूज पर्व के साथ खत्म हो गया है। इसके साथ ही नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू करने की दी गई मोहलत भी खत्म हो गई है। गोल मार्केट में फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा

वैसे तो ऊधमपुर में अतिक्रमण की समस्या बेहद गंभीर बन चुकी है। रेहड़ी-फड़ी वालों और दुकानदारों ने अस्थायी से लेकर स्थायी अतिक्रमण कर रखा है। सबसे बुरी हालत गोल मार्केट क्षेत्र की है। जहां पर लोगों के चलने के लिए बनाए गए फुटपाथ पर दुकानदारों ने अपना कब्जा कर रखा है। कई दुकानदारों ने फुटपाथ पर भी वैसी टाइलें और मार्बल लगवा रखे हैं, जैसी उनकी दुकानों के अंदर हैं। इससे ऐसा लगता है कि जैसे यह फुटपाथ सरकार का न होकर उनकी दुकानों का हिस्सा है। इसके अलावा कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर सड़क पर पक्के थड़े बनवा दिए हैं। इनमें से कुछ तो तकरीबन एक माह पहले ही बनाए गए हैं। गोल मार्केट में लोगों के लिए फुटपाथ बने होने के बावजूद लोग सड़क पर चलने को मजबूर हैं। यहां तक कि गोल मार्केट में नप की दुकानों की गैलरियों में रास्ते पर भी दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर रखा है, मगर नगर परिषद इस समस्या को आज तक खत्म नहीं कर सकी है। हर बार नप की कार्रवाई के दौरान रेहड़ी और फड़ी वाले इस मुद्दे को उठाते हैं, मगर इसके बावजूद नप लोगों के चलने के लिए बनाए गए फुटपाथ को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने में विफल रही है। कार्रवाई थमते ही पहले जैसी स्थिति

करवाचौथ पर्व के बाद नगर परिषद ने शहर में अवैध रेहड़ी-फड़ी पर भी विशेष रूप से कार्रवाई की थी, मगर कार्रवाई थमते ही शहर में अतिक्रमण की तस्वीर फिर पहले सी हो गई। नगर परिषद द्वारा इंदिरा चौक के पास बनाए गए पार्किंग के बाहर अवैध फड़ियों की भरमार लगी है। जहां पर खरीदारों की भीड़ से राहगीरों के साथ वाहन चालकों को परेशानी होती है। तीन पहिया रेहड़ी में फल, सब्जी व अन्य चीजें अभी भी धड़ल्ले से बिक रही हैं। त्योहारी सीजन के चलते अतिक्रमण करने वालों को मोहलत दी गई थी, मगर त्योहारी सीजन खत्म हो गया है। इस समय राज्य के यूटी बनने की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है कि यूटी बनने के बाद नगर परिषद के पास और ज्यादा अधिकार आएंगे। इससे नगर परिषद अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई करने में और ज्यादा सक्षम हो जाएगी। यूटी बनने के बाद और अधिकार प्राप्त होने के साथ अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई की रणनीति तैयार कर व्यापक स्तर कार्रवाई की जाएगी।

- संतोष कोतवाल, सीईओ, नगर परिषद, ऊधमपुर

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