जेल की रेकी नहीं, विवाह के लिए मंगवाया था ड्रोन

संवाद सहयोगी किश्तवाड़ किश्तवाड़ जेल के ऊपर मंडराने के बाद टावर से टकराकर नीचे गिरा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jul 2019 08:02 AM (IST) Updated:Fri, 05 Jul 2019 08:02 AM (IST)
जेल की रेकी नहीं, विवाह के लिए मंगवाया था ड्रोन
जेल की रेकी नहीं, विवाह के लिए मंगवाया था ड्रोन

संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : किश्तवाड़ जेल के ऊपर मंडराने के बाद टावर से टकराकर नीचे गिरा ड्रोन रेकी के लिए नहीं बल्कि शादी समारोह की रिकार्डिग के लिए लाया गया था। यह ड्रोन स्थानीय विद्यार्थी उड़ा रहे थे और वाईफाई रेंज से बाहर होकर यह जेल की तरफ चला गया था। किशोरों ने खुद पुलिस के पास आकर यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने ड्रोन का पार्सल भी पुलिस को दे दिया, जिसमें युवक ने एमाजोन के जरिए यह पार्सल मंगवाया था।

यह खुलासा एसएसपी किश्तवाड़ शक्ति कुमार पाठक ने वीरवार को पत्रकारों के समक्ष किया। उन्होंने बताया कि 16 वर्षीय किशोर सुहेल और उसके तीन दोस्त चौगान ग्राउंड में ड्रोन उड़ा रहे थे। ड्रोन वाईफाई की रेंज से बाहर हो गया और अनियंत्रित होकर ग्राउंड से बाहर रिहायशी इलाके की ओर चला गया। सुहेल व उसके दोस्तों ने ड्रोन को ढूंढकर उसे फिर से मोबाइल रेंज में लाने का प्रयास किया परंतु वह दिखना बंद हो गया। उन्हें लगा कि ड्रोन गुम हो गया है। उन्हें यह नहीं पता था कि वह किश्तवाड़ जिला जेल के ऊपर से होते हुए उसके टॉवर से टकराकर जेल में ही गिर गया है।

समाचार पत्रों में पढ़ने के बाद सामने आए किशोर : एसएसपी ने बताया कि किशोरों को यह बात अगले दिन तब पता चली जब ड्रोन का किस्सा उन्होंने सोशल मीडिया व समाचार पत्रों में पढ़ा। वे डीएसपी सज्जाद के पास गए और उन्होंने यह बात कुबूल की कि यह ड्रोन कैमरा उनका है। एसएसपी ने बताया कि ड्रोन को देखकर पुलिस पहले ही यह भांप गई थी कि यह ड्रोन किसी अन्य कार्य के इस्तेमाल के लिए लाया गया है परंतु जेल तक पहुंचने से यह मामला संवेदनशील हो गया था। उन्होंने कहा कि शादी समारोह के लिए लाए जाने वाले ड्रोन की जानकारी संबंधित पुलिस स्टेशन में दी जानी होती है, लेकिन सुहेल ने ऐसा नहीं किया। सुरक्षा पुख्ता करने की जरूरत

इस पूरे घटनाक्रम ने सुरक्षा पर सवाल उठा दिया है। जिस चौगान मैदान में ड्रोन उड़ाया जा रहा था वहां से जेल दो किलोमीटर दूरी पर है। ऐसे में अगर ड्रोन सोहेल के वाईफाई रेंज से बाहर हो गया तो उसे उसी क्षेत्र में कहीं गिर जाना चाहिए था, न कि दो किलोमीटर दूर। चौगान के साथ ही सेना का शिविर भी है और उसके साथ एसएसपी का दफ्तर। ऐसे में पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों को क्षेत्र की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने की जरूरत है।

chat bot
आपका साथी