परिहार बंधुओं की हत्या के विरोध में भाजपा की रैली

परिहार बंधुओं की हत्या के विरोध में किश्तवाड़ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक सुनील शर्मा के नेतृत्व में एक रैली निकाली। भाजपा ने परिहार बंधुओं की हत्या के मामले में वीरवार को बंद का आह्वान किया था, लेकिन बंद का असर देखने को नहीं मिला। कुछ दुकानें बंद रही तो कुछ खुली। दोपहर बाद सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकान खोली।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Dec 2018 07:26 AM (IST) Updated:Fri, 28 Dec 2018 07:26 AM (IST)
परिहार बंधुओं की हत्या के विरोध में भाजपा की रैली
परिहार बंधुओं की हत्या के विरोध में भाजपा की रैली

संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : परिहार बंधुओं की हत्या के विरोध में किश्तवाड़ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक सुनील शर्मा के नेतृत्व में एक रैली निकाली। भाजपा ने परिहार बंधुओं की हत्या के मामले में वीरवार को बंद का आह्वान किया था, लेकिन बंद का असर देखने को नहीं मिला। कुछ दुकानें बंद रही तो कुछ खुली। दोपहर बाद सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकान खोली।

पूर्व विधायक सुनील शर्मा की अगुवाई में भाजपा कार्यालय से निकली विशाल रैली न्यू डीसी काम्पलैक्स में जाकर संपन्न हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और हत्यारों को जल्द पकड़ने की मांग की। पूर्व विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि दो महीने होने वाले हैं, लेकिन अनिल परिहार और अजीत परिहार के हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है। ऐसा लग रहा है कि किश्तवाड़ पुलिस प्रशासन जांच को लेकर सजग नहीं है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में कई समाचार आए कि किश्तवाड़ पुलिस हत्यारों तक पहुंच गई है और उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा। मगर उसके बाद मामला शांत हो गया। आखिर क्यों? उन्होंने संदेह जताया कि किश्तवाड़ पुलिस किसी के दबाव में आकर जांच कर रही है। शर्मा ने कहा कि अगर जल्द परिहार बंधुओं के हत्यारों को पकड़ कर जेल नहीं भेजा गया तो फिर राजभवन तक मार्च निकाला जाएगा। कुछ लोग दंगा फसाद करवाने की फिराक में शर्मा ने कहा कि कुछ ताकतें किश्तवाड़ में दंगा फसाद कराने की फिराक में हैं। मगर भाजपा कभी यहां दंगा फसाद नहीं होने देगी। वहीं उन्होंने कहा कि अब चुनाव आने वाले हैं तो बहुत सारी ताकतें लोगों को बहकाने की कोशिश करेंगे, मगर लोगों को सचेत रहना होगा। उन्होंने पीडीपी एमएलसी का नाम न लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि शहर में अगर बंकर बनते हैं उन्हें यानी एमएलसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए। बंकर में अगर पुलिस बैठेगी तो आम नागरिक की हिफाजत करेगी। इसलिए भाजपा एमएलसी को चेतावनी देती हैं अपनी सियासत के लिए नागरिक सुरक्षा से खिलवाड़ न करें।

एक नवंबर को गोली मार की थी हत्या आपको बता दें कि पंचायत चुनाव से पूर्व एक नवंबर को अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार की संदिग्ध आतंकियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। अनिल परिहार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव थे। जिस वक्त परिहार बंधुओं की हत्या की गई थी, उससे पूर्व वह शाम को करीब पौने नौ बजे अपनी दुकान बंद करके पैदल घर की ओर जा रहे थे। पहले मामले की जांच पुलिस के विशेष जांच दल ने की, मगर कोई सुराग नहीं मिलने पर हत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी एनआइए को सौंपी गई थी। मगर अभी तक हथियारों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

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