ओसू के लोगों के निकल रहे आंसू

By Edited By: Publish:Tue, 29 Jul 2014 01:14 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jul 2014 01:14 AM (IST)
ओसू के लोगों के निकल रहे आंसू

आकाश वर्मा, ऊधमपुर : बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 28 वर्ष पहले ओसू गांव में हरियाली लाने का वायदा कर कूल का निर्माण कराया था, लेकिन कुछ सालों तक गांवों के खेतों में हरियाली नजर आती रही, लेकिन छह वर्षो से कूल सूख जाने से खेत बंजर होने लगे हैं। कूल के पानी की जगह किसानों की आंखों से केवल आंसू निकलते दिखाई देते है, लेकिन विभाग बिना किसी परवाह के आंखे मूंद कर गांव के बेबस लोगों का तमाशा देख रहा है। इसके बावजूद गांववासी आज भी कूल में पानी आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

गांव के किसान प्रेम नाथ, कृष्ण लाल, शिव राम वर्मा, रूप चंद, अंतराम, हेमराज वर्मा ने बताया कि

बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 28 वर्ष पूर्व गांव में कूल का निर्माण कराया था। तीन किलोमीटर लंबी कूल बनने के बाद कुछ वर्षो तक गांव में पानी की किल्लत न होने से किसान काफी खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे थे। लेकिन पिछले छह वर्षो से कूल सूखी पड़ी है। इतना ही नहीं, देखरेख के अभाव में कूल कई जगहों से क्षतिग्रस्त भी हो गई। गांव के लोगों का कहना था कि यहां के लोग खेती बाड़ी पर ही निर्भर हैं, लेकिन कूल सूख जाने के कारण उन्हें खेती बाड़ी करने में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि कई बार जिला प्रशासन और विभाग के अधिकारियों को कूल को ठीक करवाने की मांग कर चुके है लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं हुआ। मौजूदा समय में यहां के लोग बारिश के पानी पर निर्भर हैं। बारिश होने पर इनके खेतों में फसलें लहलहाती है वरना सिर्फ दरारें नजर आती हैं। उनका कहना था कि अब तेज बारिश होने के बाद ही कूल में पानी नजर आता है।

खेती बाड़ी पर निर्भर हैं गांववासी

कूल बनने पर ग्रामीणों को उम्मीद थी कि अब उन्हें खेती बाड़ी करने में पानी की किल्लत नहीं होगी। लेकिन गांववासियों का सपना केवल सपना बन कर रह गया जो आंख खुलते ही टूट चुका था। छह वर्ष बीत जाने के बाद अब गांव के लोगों ने कूल के ठीक होने व उसमें पानी आने की उम्मीद छोड़ दी है। पिछले छह वर्ष बीत जाने के कारण खंडर में तबदील हो चुकी नहर अब केवल फाइलों तक सीमित रह चुकी है। जिसका लाभ अब गांववासियों को मिलना लगभग नामुमकिन लग रहा है। गांव में 200 के करीब घर है नहर में पानी आ जाने पर कई लोगों की रोजी रोटी का जुगाड़ हो सकता था। गांव का युवा वर्ग खेती बाड़ी की नई तकनीक को अपनाकर नहर के पानी के सहारे अपने गांव में ही खेती बाडी कर अपना ओर अपने परिवार का गुजर बसर कर सकता था। मगर ऐसा न हो सका अब आलम यह है कि छह वर्ष के बाद ओसू में रहने वाले बुजुर्ग अपने बच्चों को उस जगह के बारे में नहर में पानी चलने की कहानियां सुनाते नजर आते है।

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इस बारे में विधायक ऊधमपुर बलवंत सिंह मनकोटिया का कहना है कि कुछ लोगों का शिष्टमंडल मिलने आया था । उन्होंने कहा कि नहर में पिछले छह वर्ष से पानी नहीं आने की जानकारी हासिल की जाएगी। इसको लेकर विभाग के अधिकारियों से बात कर जल्द ही लोगों को आ रही परेशानी से निजात दिलाई जाएगी।

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इस संबंध में बाढ़ नियंत्रण विभाग के एईई सुभाष चंद्र का कहना था कि ओसू नाले में पानी कम होने के कारण नहर में कुछ दिनों तक पानी नहीं चल रहा था लेकिन मौजूदा समय में नाले में पानी होने के कारण नहर में पानी चल रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्र में पानी नही जा रहा है उसके लिए अस्थायी तौर पर पाइप डालकर पानी पहुंचाया जाएगा। रहा सवाल नहर के क्षतिग्रस्त को ठीक करवाने का तो फंडस के आते ही निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। ताकि गांववासियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

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