Tulip Garden: श्रीनगर में ट्यूलिप गार्डन में पर्यटकों की बहार, छह दिन में 61 हजार ने की सैर; ये फूल करे रहे आकर्षित
Tulip Garden एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन सैलानियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। इसके खुलने के मात्र छह दिन में ही बाग में करीब 61 हजार सैलानी इसकी सैर कर चुके हैं। ट्यूलिप गार्डन का वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने उद्घाटन किया था। ट्यूलिप बाग को सीढ़ीदार तरीके से तैयार किया गया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। विश्व प्रसिद्ध डल झील किनारे एवं जब्रवान की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन सैलानियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
इसके खुलने के मात्र छह दिन में ही बाग में करीब 61 हजार सैलानी इसकी सैर कर चुके हैं। 55 हेक्टेयर में फैला इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन में इस वर्ष 75 प्रजातियों के 17 लाख टूयलिप बल्ब लगाए गए हैं। गुलाब, डैफोडील्स, मस्करी और साइक्लेमेन के फूल भी बाग में विविधता बढ़ा रहे हैं।
गुलाम नबी आजाद ने किया था उद्घाटन
ट्यूलिप गार्डन का वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने उद्घाटन किया था। उन्होंने मार्च के अंत से अप्रैल माह के पहले पखवाड़े तक सैलानियों के लिए आकर्षण का एक नया केंद्र विकसित करने और कश्मीर को सदाबहार पर्यटन केंद्र बनाने के उद्देश्य से इसका निर्माण कराया था।
इस बाग के आसपास का वातावरण भी इसके सौंदर्य को बढ़ाता है। यह बाग देश-विदेश के सैलानियों को कश्मीर में आने के लिए लुभा रहा है और हर साल ट्यलिप गार्डन में आने वालों की संख्या बढ़ रही है। बीते वर्ष 3.65 लाख लोगों ने इस बाग की सैर की थी।
इतने लोग अब तक कर चुके हैं सैर
इस वर्ष ट्यूलिप गार्डन 23 मार्च को खोला गया है। 28 मार्च की शाम चार बजे तक 61,468 लोग इसकी सैर करने आ चुके हैं। बागवानी विभाग के सचिवायुक्त शेख फैयाज अहमद ने बताया कि बाग में 17 लाख ट्यूलिप बल्ब लगाए गए हैं। इनमें कुछ ऐसी प्रजातियां हैं जो देर से खिलती हैं। हमारा प्रयास है कि बाग को कम से कम एक माह तक खुला रखा जाए।
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इस समय यहां रमजान चल रहा है और इसके बावजूद रोजाना औसतन 10 हजार से ज्यादा लोग आ रहे हैं। इनमें स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक भी हैं। अगले 10 दिन में रमजान बीत जाएगा और इसके बाद सैलानियों की संख्या और बढ़ेगी। उम्मीद है कि इस वर्ष सैलानियों की संख्या बीते वर्ष से ज्यादा रहेगी।
विद्यार्थियों को टिकट पर 20 प्रतिशत की छूट
ट्यूलिप बाग को सीढ़ीदार तरीके से तैयार किया गया है। फूलों की क्यारियों के बीच कई जगह फव्वारे भी लगाए गए हैं, जिनसे निकलने वाली पानी की फुहार के बीच से जब सूरज की किरणें इंद्रधनुष बनाती हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए इस वर्ष आनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा भी है। विद्यार्थियों के लिए टिकट में विशेष छूट है। 10 अप्रैल तक छात्रों को टिकट पर 20 प्रतिशत की छूट रहेगी। बाग में दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर भी हैं।
शांत माहौल में स्वर्ग जैसा अहसास
बाग में सैर कर रहे शुभांग शर्मा ने कहा कि मैं यहां पहली बार आया हूं। मैंने इस बाग के बारे में सिर्फ सुना था और सिर्फ इसे देखने के लिए ही हम तीन दोस्तों ने कश्मीर की यात्रा का कार्यक्रम बनाया।
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मूलत: जम्मू के रहने वाले शुभांग शर्मा गुरुग्राम में एक कंपनी में इंजीनियर हैं। उनके साथ आए उनके दोस्त अनुभव तिवारी ने कहा कि मैं दिल्ली का ही रहने वाला हूं। मेरे लिए यह बाग और यहां का माहौल किसी स्वर्ग जैसा ही है।