शहीद औरंगजेब की हत्या के मामले में तीन सैन्यकर्मी हिरासत में

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शहीद राइफलमैन औरंगजेब की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सेना ने

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Feb 2019 09:25 AM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 09:25 AM (IST)
शहीद औरंगजेब की हत्या के मामले में तीन सैन्यकर्मी हिरासत में
शहीद औरंगजेब की हत्या के मामले में तीन सैन्यकर्मी हिरासत में

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शहीद राइफलमैन औरंगजेब की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सेना ने कथित तौर पर उसके तीन साथी सैन्यकर्मियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। ये तीनों दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा व कुलगाम के रहने वाले हैं। यह खुलासा गत मंगलवार को श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह (एसएमएचएस) अस्पताल में अचगूजा (पुलवामा) के तौसीफ अहमद वानी के उपचार के लिए भर्ती होने के बाद हुआ है। अलबत्ता, रक्षा मंत्रालय या पुलिस ने तौसीफ के दावे की पुष्टि नहीं की है।

गौरतलब है कि ईद से एक दिन पूर्व जून 2018 को सेना की 44 आरआर के राइफलमैन औरंगजेब को आतंकियों ने पुलवामा और शोपियां के रास्ते में एक निजी टैक्सी से कलमपोरा के पास नीचे उतारकर अगवा कर लिया था। अगले दिन आतंकियों ने कलमपोरा से करीब 15 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में औरंगजेब की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी और उसका एक वीडियों भी वायरल किया था। जम्मू संभाग के जिला पुंछ के रहने वाले औरंगजेब को बीते साल मरणोपरांत शौर्य चक्र भी प्रदान किया गया था। औरंगजेब 44 आरआर के मेजर शुक्ला के नेतृत्व वाले क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) के सदस्य थे। इस दस्ते ने कई नामी आतंकियों को मार गिराने में अहम भूमिका निभाई है।

औरंगजेब की शहादत के बाद ही इस मामले की जांच के दौरान हनी ट्रैप और भीतरघात की बात सामने आई थी। इसके बाद सेना ने 44 आरआर से जुड़े कुछ स्थानीय सैन्यकर्मियों की गतिविधियों की निगरानी शुरू की और तीन से चार सैन्यकर्मियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। यह मामला लगभग दब चुका था, लेकिन हिरासत में लिए गए एक सैन्यकर्मी के भाई तौसीफ अहमद वानी को मेजर रोहित शुक्ला द्वारा पूछताछ के दौरान प्रताडि़त करने का आरोप लगने के बाद फिर सुर्खियों में आ गया।

औरंगजेब के अपहरण व उसकी हत्या से जुड़े मामले में हिरासत में लिए गए तीन सैन्यकर्मियों के नाम तजामुल अहमद, आदिल वानी और आबिद वानी बताए जाते हैं। दो जिला पुलवामा के और एक कुलगाम का रहने वाला है। आबिद वानी को तौसीफ का भाई बताया जाता है।

यह मामला तब ज्यादा तूल पकड़ गया जब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा गत मंगलवार को तौसीफ का कुशलक्षेम जानने अस्पताल पहुंची और पत्रकारों से बातचीत में मेजर शुक्ला के खिलाफ बयान दिया।

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