जाकिर मूसा के छह साथी त्राल मुठभेड़ में ढेर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर को भारत में गजवा-ए-हिंद का दरवाजा बताने वाले आतंकी कमाडर जा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Dec 2018 08:21 AM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 08:21 AM (IST)
जाकिर मूसा के छह साथी त्राल मुठभेड़ में ढेर
जाकिर मूसा के छह साथी त्राल मुठभेड़ में ढेर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर को भारत में गजवा-ए-हिंद का दरवाजा बताने वाले आतंकी कमाडर जाकिर मूसा को एक बड़ा झटका देते हुए शनिवार को सुरक्षाबलों ने उसके छह साथियों को आरमपोरा (त्राल) में हुई भीषण मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए इन आतंकियों में अंसार उल गजवा ए हिंद का डिप्टी चेयरमैन सोलेह अखून भी शामिल है। सभी आतंकी स्थानीय हैं।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कश्मीर में अलकायदा से जुड़े अंसार उल गजवा ए हिंद के आतंकियों का एक दल त्राल के साथ सटे गोरीकदल व आरमपोरा में बीते कुछ दिनों से देखा जा रहा था। इसी इलाके में गजवा ए हिंद के डिप्टी चीफ सालेह का मकान है। आतंकियों की गतिविधियों का पता चलने पर इस इलाके में खुफिया तंत्र को मजबूत किया गया। शनिवार सुबह पता चला कि आतंकियों का दल गाव में ही है। कुछ ही देर में सेना की 42 आरआर के जवानों ने पुलिस व सीआरपीएफ के साथ मिलकर घेराबंदी कर ली।

जवानों ने आतंकियों के भागने के सभी रास्ते बंद करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। एक संदिग्ध मकान के पास जवानों ने एहतियात के तौर पर हवा में गोली चलाई। इससे अंदर छिपे आतंकियों को लगा कि सुरक्षाबलों ने हमला कर दिया और उन्होंने भी जवाबी फायर किया। इसके साथ ही जवानों को आतंकी ठिकाने का पूरा पता चल गया। जवानों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी भी दी। उन्होंने फायरिंग जारी रखी। इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और करीब दो घटे की भीषण मुठभेड़ में छह आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों की पहचान :

अंसार-उल-गजवा-ए-हिंद के सोलेह मोहम्मद अखून पुत्र गुलाम मोहम्मद अखून निवासी आरमपोरा, रसिक मीर पुत्र गुलाम कादिर, रौफ मीर पुत्र गुलाम नबी, उमर रमजान पुत्र मोहम्मद रमजान मीर (तीनों डाडसर, त्राल निवासी), नदीम सोफी पुत्र मोहम्मद मुजफ्फर सोफी निवासी बटगुंड, त्राल और फैसल जावेद खाडे पुत्र जावेद खाडे निवासी अमलर अवंतीपोरा। कई वारदात में वांछित थे मारे गए आतंकी : आइजीपी

आइजीपी कश्मीर स्वयं प्रकाश पाणि ने कहा कि मारे गए सभी छह आतंकी अंसार उल गजवा ए हिंद से जुड़े थे और सुरक्षाबलों को ग्रेनेड हमले, नागरिकों की हत्या और बैंक डकैती समेत विभिन्न वारदातों में वाछित थे। इनमें जाकिर मूसा का डिप्टी सालेह अखून भी है। इन आतंकियों का मारा जाना जाकिर मूसा के लिए सबसे बड़ा झटका है। इस अभियान में किसी तरह की नागरिक क्षति नहीं हुई है। लोगों से हमारा आग्रह है कि जब तक मुठभेड़स्थल को पूरी तरह सुरक्षित करार नहीं दिया जाता, वह वहा जमा न हों। उन्होंने बताया कि आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों के हवाले कर दिए गए हैं। मुठभेड़ के विरोध में भड़की ¨हसा, चार घायल :

इससे पूर्व मुठभेड़ शुरू होते ही आरमपोरा और उसके साथ सटे इलाकों से बड़ी संख्या में युवक भड़काऊ नारेबाजी करते हुए मुठभेड़स्थल की तरफ मार्च करने लगे। सुरक्षाबलों ने जब उन्हें रोका तो वह हिंसा पर उतर आए। पथराव कर रहे युवकों को मुठभेड़स्थल से दूर रखने के लिए सुरक्षाबलों को भी लाठियों और आसूगैस का सहारा लेना पड़ा। इस बीच, आतंकियों की मौत के बाद त्राल, अंवतीपोरा और पुलवमा के अन्य हिस्सों में भी हिंसक झड़पें शुरू हो गईं, हालाकि पुलिस ने किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों की मानें तो चार पत्थरबाज घायल हुए हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने पुलवामा, अवंतीपोर व उसके साथ सटे इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने के साथ ही अगले आदेश तक बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी बंद कर दिया है।

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