दोनों देशों की दुश्मनी का खामियाजा भुगत रहा राज्य : महबूबा

राज्य ब्यूरो,श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे टंगडार (कुपवाड़ा) में मुख्यमं˜

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Sep 2017 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 20 Sep 2017 03:00 AM (IST)
दोनों देशों की दुश्मनी का खामियाजा भुगत रहा राज्य : महबूबा
दोनों देशों की दुश्मनी का खामियाजा भुगत रहा राज्य : महबूबा

राज्य ब्यूरो,श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे टंगडार (कुपवाड़ा) में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को भारत-पाक के बीच शांति की अपील करते हुए कहा कि दोनों मुल्कों की आपसी दुश्मनी और बार बार होने वाले जंगबंदी के उल्लंघन का खमियाजा सिर्फ हमारे राज्य के लोगों को ही भुगतना पड़ता है।

जिला कुपवाड़ा में एलओसी के साथ सटे करनाह, टंगडार व अन्य इलाकों में मंगलवार को मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास परियोजनाओं की नींव रखने के बाद टंगडार में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान के साथ दोस्ती के लिए किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध बनाने का प्रयास किया, लेकिन पाकिस्तान ने कभी भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कहते थे कि हम दोस्त बदल सकते हैं, पड़ौसी नहीं। इसलिए उनके साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए और उन्होंने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था, लेकिन करगिल हो गया। उसके बाद मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोशिश की, वह पाकिस्तान भी गए, लेकिन क्या हुआ, पठानकोट और उड़ी जैसे हमले हुए।

उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों की आपसी दुश्मनी का सबसे ज्यादा नुकसान जम्मू कश्मीर के लोगों को ही होता है। पाकिस्तान जो खुद को कश्मीरियों का हमदर्द कहता है, को शांति बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।

महबूबा मुफती ने जम्मू संभाग के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी से पैदा हुए हालात जिक्र करते हुए कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब लोगों को स्कूलों, अस्पतालों, खेल मैदानों और अस्पतालों की माग करनी चाहिए तो ऐसे में वह अपनी जान बचाने के लिए बंकरों की मांग कर रहे हैं।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि भारत एक बड़े भाई की हैसियत से पाकिस्तान के साथ दोस्ती और शांति के प्रयास जारी रखेगा।

उन्होंने स्थानीय लोगों की मांगों का संज्ञान लेते हुए कहा कि वह पहले से ही साधना पास पर सुरंग के निर्माण के मामले को केंद्र के साथ उठा चुकी हैं और पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को अनुशसा की है। उन्होंने टंगडार में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस माडल अस्पताल के निर्माण और गुरेज व किश्तवाड़ की तरह टंगडार के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की भी घोषणा की।

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