अलगाववादी खेमा चुनाव बहिष्कार के लिए अभियान चलाएगा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में अलगाववादी खेमा जल्द ही चुनाव बहिष्कार के लिए अभियान चलाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 07:16 PM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 07:16 PM (IST)
अलगाववादी खेमा चुनाव बहिष्कार के लिए अभियान चलाएगा
अलगाववादी खेमा चुनाव बहिष्कार के लिए अभियान चलाएगा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में अलगाववादी खेमा जल्द ही चुनाव बहिष्कार के लिए अभियान चलाएगा। उदारवादी हुíरयत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने शुक्रवार को जामिया मस्जिद में यह एलान किया।

उन्होंने कहा कि कश्मीरी अवाम सिर्फ हक-ए-आजादी और हक-ए-खुद इरादियत (आत्मनिर्णय का अधिकार) के लिए संघर्ष कर रहा है। यहां डाउन-टाउन में नौहट्टा स्थित एतिहासिक जामिया मस्जिद में नमाज ए जुम्मा से पूर्व अपने खुतबे में मीरवाइज ने कहा कि एक बार फिर ¨हदोस्तान की सरकार कश्मीर पर अपने कब्जे को सही ठहराने के लिए चुनावों का ड्रामा करने जा रही है। लोगों को कहा जाएगा कि यह चुनाव कश्मीर मसले के हल के लिए नहीं बल्कि बिजली-पानी जैसे मसलों के हल के लिए है। बाद में इन्हीं चुनावों में मतदान करने वालों के वीडियो और तस्वीरें दुनिया को दिखाते हुए कहेगा कि कश्मीरी अवाम ¨हदोस्तान के साथ ही रहना चाहता है। इसलिए निकाय चुनाव हो या पंचायती चुनाव, एसेंबली के चुनाव हों या संसदीय चुनाव, कश्मीरी अवाम को चुनाव से दूर रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कश्मीरी अवाम 70 वर्षो से आजादी के लिए लड़ रहा है। ¨हदोस्तान के पहले प्रधानमंत्री ने भी कश्मीरियों को हक-ए-खुद इरादियत देने का वादा किया था। यह वादा पूरा होना चाहिए, लेकिन ¨हदोस्तान ने आज तक अपना वादा पूरा नहीं किया। इसलिए कई कश्मीरी नौजवानों ने बंदूक का रास्ता भी अपनाया। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से कश्मीर मसले के हल के समर्थक हैं। इसके लिए हमेशा प्रयास करते हैं, लेकिन नई दिल्ली ने हमेशा इस मसले को टाला और कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के नाम पर सिर्फ मजाक किया है।

मीरवाइज ने कहा कि कश्मीर मसले का एकमात्र हल कश्मीरियों को हक ए आजादी देना ही है। नई दिल्ली को चाहिए कि वह संयुक्त राष्ट्र की सिफारिशों के मुताबिक कश्मीरियों को हक-ए-खुद इरादियत दे। हम लोगों का एक ही नारा है- नो इलेक्शन ऑनली सेल्फ डिटर्मिनेशन। कश्मीर की आजादी पसंद अलगाववादी खेमा ने पंचायत व निकाय चुनावों के बहिष्कार का एलान किया है। कश्मीरी अवाम को इन चुनावों से दूर रहना चाहिए। नमाज के बाद मीरवाइज ने चुनाव विरोधी रैली का नेतृत्व किया।

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