हिज्ब ने तैयार की आतंक की फौज

नवीन नवाज, श्रीनगर : कश्मीर में स्थानीय आतंकियों के सबसे बड़े संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने पुल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Sep 2018 01:54 AM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 01:54 AM (IST)
हिज्ब ने तैयार की आतंक की फौज
हिज्ब ने तैयार की आतंक की फौज

नवीन नवाज, श्रीनगर :

कश्मीर में स्थानीय आतंकियों के सबसे बड़े संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने पुलवामा के रहने वाले आतंकी सैफुल्ला उर्फ डॉ. सैफ उर्फ मुसैब को घाटी में अपना नया डिप्टी ऑपरेशनल चीफ कमांडर बनाया है। इसी तरह बिजबिहाड़ा के सब्जार अहमद सोफी को अनंतनाग और सी-श्रेणी के आतंकी अदनान अहमद बट को पुलवामा का जिला कमांडर बनाया गया है। इस समय वादी में सक्रिय 335 सूचीबद्ध आतंकियों में 130 हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित हैं।

सूत्रों ने बताया कि गुलाम कश्मीर में स्थित हिजबुल मुजाहिदीन की कमांड काउंसिल की गत दिनों मुख्य सरगना सलाहुद्दीन के नेतृत्व में एक बैठक हुई। इसमें आमिर खान व अन्य प्रमुख कमांडरों ने भाग लिया और कश्मीर में आतंकी ¨हसा में तेजी लाने व नए कैडर की भर्ती पर चर्चा की। हिज्ब कमांड काउंसिल ने पुलवामा जिले के आतंकी सैफुल्ला को कश्मीर में नया ऑपरेशनल डिप्टी चीफ कमांडर बनाने पर सहमति जताई। सैफुल्ला को 29 अगस्त को अनंतनाग में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए अल्ताफ काचरू के स्थान पर डिप्टी ऑपरेशनल चीफ कमांडर बनाया गया है। काचरू की मौत को हिज्ब के लिए एक बड़ा आघात माना जा रहा है। वह करीब 12 सालों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था। कौन है कासिम :

घाटी में हिज्ब का ऑप्रेशनल कमांडर मोहम्मद बिन कासिम है। बताया जाता है कि मोहम्मद बिन कासिम का असली नाम रियाज नायकू है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इस पर एकमत नहीं हैं, क्योंकि नायकू का कोड जुबैर उल इस्लाम है। सैफुल्ला पर है 10 लाख का इनाम :

कश्मीर में हिज्ब का नया डिप्टी ऑपरेशनल चीफ कमांडर सैफुल्ला 29 साल का है। 12वीं पास सैफुल्ला वर्ष 2014 से सक्रिय है। सुरक्षाबलों द्वारा वादी में सक्रिय 335 आतंकियों की सूची में उसे ए-श्रेणी के आतंकियों में रखा गया है। उस पर 10 लाख का ईनाम है। एमफिल और पीएचडी कर चुका है सब्जार :

अनंतनाग में हिज्ब का जिला कमांडर बनाया गया डॉ. सब्जार अहमद सोफी जुलाई 2016 में आतंकी बुरहान की मौत के कुछ ही दिन बाद अपने घर से गायब होकर आतंकी बना था। सब्जार का कोड नाम तजुम्मल इस्लाम है और वह अनंतनाग के नैना सनगन बिजबिहाड़ा का रहने वाला है। एमफिल और पीएचडी की डिग्री हासिल करने वाले सब्जार ने नेट की परीक्षा भी पास की है। सुरक्षाबलों ने उसे बी-श्रेणी के आतंकियों में रखा है और उसे पकड़वाने वाले या उसके बारे में सूचना देने वाले के लिए आठ लाख का ईनाम है। उसे बीते साल हिज्ब ने श्रीनगर में अपना नेटवर्क मजबूत बनाने का जिम्मा सौंपा था। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक सब्जार ने हुर्रियत नेता अशरफ सहराई के पुत्र जुनैद और कुपवाड़ा के मन्नान बशीर को आतंकी संगठन में भर्ती होने के लिए तैयार किया था, लेकिन इस साल मार्च माह के दौरान हिज्ब ने उसे दक्षिण कश्मीर में पुन: सक्रिय होने का निर्देश दिया था। वहीं करीमाबाद पुलवामा का रहने वाला अदनान दिसंबर 2017 को आतंकी बना था और वह बारहवीं पास है।

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