डीएसपी देविंदर मामले में एक और गिरफ्तारी
जैश के लिए फंड का बंदोबस्त करने वाला तनवीर दिल्ली से पकड़ा एनआइए की विशेष अदालत ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा -----
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: पुलिस विभाग से निलंबित किए गए डीएसपी देविदर सिंह के आतकियों संग पकड़े जाने के बाद पुलिस-आतंकी गठजोड़ को खंगाल रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने इस नेटवर्क के एक और सदस्य तरवीर बारडा को पकड़ा है। अदालत ने तनवीर को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
एनआइए ने डीएसपी देविदर सिंह और उसके आतंकी साथियों से पूछताछ के आधार पर उनके एक अन्य साथी तनवीर अहमद वानी उर्फ तनवीर बारडा को 10 फरवरी को नई दिल्ली में गिरफ्तार किया था। उसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में उसका मेडिकल कराया गया और फिर जम्मू लाया गया। बुधवार को उसे विशेष एनआइए अदालत मे पेश किया गया। जज सुभाष चंद्र गुप्ता के समक्ष एनआइए के मुख्य जांच अधिकारी एडी नेगी ने तनवीर को 15 दिन के रिमांड पर देने का आग्रह किया। उन्होंने अदालत को बताया कि यह मामला बहुत संवेदनशील है। वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब के लिए पैसे का बंदोबस्त करता था। इसके बाद जज ने सभी आरोपितों को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने का फैसला सुनाया। इसके साथ ही आरोपित की हर 48 घंटे बाद मेडिकल जांच कराने का निर्देश दिया।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने गत 11 जनवरी को दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर अल स्टाप कुलगाम में एक कार में सवार डीएसपी देविदर सिंह, हिज्ब कमांडर नवीद मुश्ताक व आरिफ और लश्कर के ओवरग्राउंड वर्कर इरफान को पकड़ा था। उनके पास से एक असाल्ट राइफल, तीन पिस्तौल, पांच हथगोले, असाल्ट राइफल के 174 कारतूस, पिस्तौल के 36 कारतूस व अन्य सामान बरामद किया था। इन लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने आतंकी कमांडर नवीद मुश्ताक के भाई सईद इरफान को भी गिरफ्तार किया था।
एनआइए ने इस मामले की जांच को 17 जनवरी को अपने हाथ में लेते हुए एफआइआर दर्ज की थी। डीएसपी देविदर सिंह फिलहाल न्यायिक रिमांड पर हीरानगर जेल में बंद हैं जबकि नवीद मुश्ताक, आरिफ, इरफान और इरफान सेंट्रल जेल कोट भलवाल में बंद हैं।