वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों के लिए ओमिक्रोन घातक नहीं

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से अगर बचना है तो कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है। ऐसे लोगों के संक्रमित होने पर भी यह वायरस घातक साबित नहीं होता।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:06 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:06 AM (IST)
वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों के लिए ओमिक्रोन घातक नहीं
वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों के लिए ओमिक्रोन घातक नहीं

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से अगर बचना है तो कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है। ऐसे लोगों के संक्रमित होने पर भी यह वायरस घातक साबित नहीं होता। यह दावा डाक्टर्स एसोसिएशन आफ कश्मीर (डीएके) के अध्यक्ष और इन्फ्लुएंजा विशेषज्ञ डा. निसार उल हसन ने किया है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन से बचने के लिए टीकाकरण, मास्क और दो गज की दूरी बहुत जरूरी है।

दैनिक जागरण के साथ फोन पर बातचीत में डा. निसार ने कहा कि ओमिक्रोन से से घबराने की नहीं, इससे बचे रहने की जरूरत है। यह तभी होगा जब सभी कोविड-19 एसओपी का पूरा पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में जिन लोगों ने दोनों डोज ली हैं, उनमें ओमिक्रोन के हल्के लक्षण मिले हैं। इनमें से अधिकांश मरीजों का उपचार घर में ही हुआ और अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी। यूरोप में शुरू में जो 70 मामले आए हैं, उनमें से आधे मरीजों में इसके लक्षण नहीं थे और अन्य में हल्के लक्षण थे। कोई भी गंभीर बीमार नहीं हुआ और न ही अस्पताल की जरूरत पड़ी। किसी की मौत भी नहीं हुई। इन सभी ने वैक्सीन की दोनों डोज ली थी।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में अभी तक ओमिक्रोन के 21 मामले सामने आए हैं। इनमें बिना लक्षण या हल्के लक्षण थे। इनमें से अधिकांश ने दोनों डोज ली हैं। यह कहना पूरी तरह गलत होगा कि जिन्होंने दोनों डोज ली है, ओमिक्रोन उन पर हमला नहीं करेगा। हमला हो सकता है, लेकिन यह हमला घातक नहीं है।

डा. निसार ने कहा कि अभी ओमिक्रोन के संक्रमितों की संख्या बहुत कम है। इसलिए इसे लेकर किसी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना अभी सही नहीं होगा। अभी और डेटा चाहिए होगा। इसमें समय लग सकता है। तभी पता चलेगा कि यह कितना घातक है। अभी हम जो बात कर रहे हैं, वह इसकी शुरुआत के आधार पर कर रहे हैं।

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