उपजेल में उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती में झगड़ा
राज्य ब्यूरो श्रीनगर अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही जम्मू कश्मीर में खानदानी सियासत समाप्त होने
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही जम्मू कश्मीर में खानदानी सियासत समाप्त होने से हताश नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती उपजेल हरि निवास में एक-दूसरे से उलझ पड़े। संबंधित अधिकारियों ने बीच-बचाव कर स्थिति को बिगड़ने से बचाया। इसके तुरंत बाद उमर को वन विभाग के गेस्ट हाउस में रखा गया है। उमर और महबूबा को चार अगस्त की रात को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया था। दोनों को हरि निवास में रखा है जिसे उपजेल का दर्जा दिया है। महबूबा को हरि निवास के प्रथम तल और उमर को भूतल पर रखा गया था। सूत्रों ने बताया कि उमर और महबूबा के बीच बातचीत पर पहले किसी तरह की रोक-टोक नहीं थी। बीती शाम दोनों में राज्य की मौजूदा स्थिति पर लेकर बहसबाजी हो गई। कहा जाता है कि उमर ने महबूबा को राज्य की मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर वह भाजपा के साथ हाथ न मिलाती तो यह स्थिति न होती। उन्होंने महबूबा पर चिल्लाते हुए कहा कि उनके पिता ने मुफ्ती मोहम्मद सईद ने वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा से समझौता किया। महबूबा ने उमर पर भाजपा से मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह कश्मीर में भाजपा के एजेंडे के साथ है। सबसे पहले नेकां ने भाजपा से नाता जोड़ा। उन्होंने उमर से कहा कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने ही वाजपेयी से सबसे पहले हाथ मिलाया और उन्हें उमर को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बनवाया। उन्होंने उमर के दादा दिवंगत शेख मोहम्मद अब्दुल्ला का भी नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने कई बार कश्मीरियों से धोखा किया। मामले को तूल पकड़ते देख अधिकारियों ने दोनों को अलग किया। कहा जाता है कि दोनों के बीच मारपीट तक की नौबत आ गई थी। किसी ने इस तथ्य की पुष्टि नहीं की है। इस घटना के बाद महबूबा को हरि निवास की पहली मंजिल से नीचे उतरने से मना कर दिया है। उमर को हरि निवास से हटा चश्माशाही पास स्थित वन विभाग के गेस्ट हाउस में रखा गया है। महबूबा को चाहिए ब्राउन ब्रेड
हरि निवास में तैनात हास्पिटैलिटी एंड प्रोटोकाल विभाग से जुड़े अधिकारी ने बताया कि पीडीपी अध्यक्षा महबूबा ने ब्राउन ब्रेड की अपने लिए मांग की थी, लेकिन मैन्यू में इसका कोई जिक्र नहीं था। इसलिए उन्हें ब्राउन ब्रेड नहीं दी है। अलबत्ता, उन्हें उनकी पसंद फल उपलब्ध कराए हैं। नाशपती और सेब भी उन्हें प्रदान किए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या महबूबा ने खाना छोड़ भूख हड़ताल शुरूकी है तो उन्होंने इससे इन्कार करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हैं। वह अपनी इच्छा मुताबिक जो भी मैन्यू में है, ले रही हैं, लेकिन फल ज्यादा खा रही हैं।