कश्मीरी पंडित और मुस्लिम आज घाटी में निकालेंगे शांति मार्च, सांप्रदायिक सौहार्द का देंगे संदेश
तीन दशक में कश्मीर में अपनी तरह की पहली रैली होगी जिसमें कश्मीरी पंडित और मुस्लिम एकसाथ शामिल होंगे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नई दिल्ली में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के माहौल के बीच कश्मीर घाटी शांति का संदेश देने को तैयार है। शुक्रवार को श्रीनगर में कश्मीरी पंडित और वादी के मुस्लिम एक संयुक्त शांति मार्च के जरिए सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देंगे। मार्च के दौरान शांति, बहुलवाद और सौहार्द बनाए रखने के संदेश के साथ सफेद झंडे भी लहराए जाएंगे। इस शांति मार्च का नाम रखा गया है 'साथ दो'। बटमालू से आरंभ होकर यह रैली डाउन-टाउन से गुजरते हुए प्रेस क्लब श्रीनगर मे संपन्न होगी। आयोजक दावा कर रहे हैं कि बीते तीन दशक में कश्मीर में अपनी तरह की पहली रैली होगी, जिसमें कश्मीरी पंडित और मुस्लिम एकसाथ शामिल होंगे। हालांकि मुजफ्फर खान नामक एक समाजसेवी और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता संजय सर्राफ इस तरह के आयोजन कर चुके हैं।
रैली का आयोजन कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे संगठन के अध्यक्ष सतीश महलदार और मशहूर गायक सैम बट संयुक्त रूप से कर रहे हैं। सैम ने बॉलीवुड फिल्म मर्डर 2 में गाना गया है। सतीश महलदार ने कहा कि बीते 30 सालों में यह पहली रैली होगी।हिंसा के इस दौर में हमारी माताएं-बहनें आज विलाप कर रही हैं। हमारा मकसद है कि सभी लोग ¨हसा और नफरत को त्याग शांति व सद्भाव के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि रैली में 150 से ज्यादा कारें और मोटरसाइकिल भी शामिल होंगे। हम रैली के दौरान मकानों और दुकानों पर सफेद झंडा लगाते हुए जाएंगे।