लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों के खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, पाकिस्तान से कश्मीर लाए हथियारों की तलाश
अमृतसर में पकड़े गए लश्कर के आतंकी राज मुहम्मद अंदलीब और उजैर उल हक के बारे में कश्मीर में भी सुराग जुटाए जा रहे हैं। अलबत्ता पंजाब पुलिस ने कश्मीर की कुलगाम पुलिस से संपर्क किया है। दोनों आतंकी कुलगाम के रहने वाले हैं। कुलगाम पुलिस के अनुसार अभी तक पकड़े गए आतंकियों को उन्हें सौंपा नहीं गया है।
HighLights
- अमृतसर में पकड़े गए लश्कर के दो आतंकियों से पूछताछ में मिले इनपुट l
- कुछ का इस्तेमाल पंजाब में और शेष भेजी जानी है जम्मू-कश्मीर l कश्मीर में सख्ती से आइएसआइ पंजाब सीमा से भेज रहा हथियार
- कश्मीर में सख्ती से आइएसआइ पंजाब सीमा से भेज रहा हथियार
नवीन राजपूत, अमृतसर/श्रीनगर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने भारत-पाक के तस्करों के माध्यम से अमृतसर-तरनतारन सेक्टर में हथियारों की बड़ी खेप ठिकाने लगाई है। इस खेप में से कुछ का इस्तेमाल दीपावली से पहले पंजाब में धमाके करने का षड्यंत्र रचा गया था।
शेष खेप कश्मीर के आतंकी संगठनों को भेजी जानी है। यह राजफाश शनिवार को पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी राज मुहम्मद अंदलीब और उजैर उल हक ने स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल (एसएसओसी) में सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष किया। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां उक्त खेप की तलाश में जुट गई हैं।
सुराग जुटाए जा रहे हैं
अमृतसर में पकड़े गए लश्कर के आतंकी राज मुहम्मद अंदलीब और उजैर उल हक के बारे में कश्मीर में भी सुराग जुटाए जा रहे हैं। अलबत्ता पंजाब पुलिस ने कश्मीर की कुलगाम पुलिस से संपर्क किया है। दोनों आतंकी कुलगाम के रहने वाले हैं। कुलगाम पुलिस के अनुसार अभी तक पकड़े गए आतंकियों को उन्हें सौंपा नहीं गया है। अलबत्ता, दोनों के तार लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बासित से जुड़े हो सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः Israel-Hamas War: 'गाजा पर हमले से युद्ध के और मोर्चे खुलेंगे', ईरान ने इजरायल को दी चेतावनी
उजैर पत्थरबाज रह चुका है। उस पर कई मामले दर्ज हैं। दोनों आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकर किया है कि सेना की तरफ से कश्मीर में की गई सख्ती के कारण आइएसआइ ने अब हथियारों की डिलीवरी का रास्ता पंजाब चुना है। यहां पहले ही पाक तस्कर ड्रोन के माध्यम से आइईडी, हैड ग्रेनेड, एके टाइप की राइफलें और हेरोइन की खेप भेज चुके हैं। जांच एजेंसी को पता चला है कि पकड़े गए उजैर उल हक का रिश्तेदार फिरदौस अहमद पिछले कई सालों से पाकिस्तान में बैठकर लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है।
वह पहले जम्मू-कश्मीर के रास्ते हथियारों की खेप अपने संगठन तक पहुंचा चुका है और अब वह पिछले एक साल से पंजाब के तस्करों के संपर्क में है। पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आतंकियों से मिले इनपुट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तरनतारन और अमृतसर के साथ लगती पाकिस्तान सीमा के पास डेरा जमा लिया है।
सीमा से सटे गांवों में रहने वाले संदिग्धों और पुराने तस्करों पर नजर रखी जा रही है। पकड़े गए आतंकियों ने स्वीकार किया है कि दो इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइज (आइईडी), दो हैंड ग्रेनेड, दो मैगजीन, एक पिस्तौल, 24 कारतूस, आठ डेटोनेटर, एक टाइमर स्विच और चार बैटरियां उसे चार लोगों ने दी थीं। एजेंसियों को अब इन चारों की तलाश है। हालांकि जांच एजेंसियों को आरोपितों के कब्जे से मिले मोबाइल से कई नंबर मिले हैं।
इनमें से एक नंबर खेप देने वाले आरोपित का है। उधर, पंजाब पुलिस से मिले इनपुट के बाद कश्मीर के कुलगाम जिले के गांव कुदबनी में आरोपितों के ठिकानों पर कश्मीर पुलिस ने छापामारी की है। पता चला है कि राज मुहम्मद अंदलीब वकालत की हुई है, जबकि उसका साथी उजैर उल हक ग्रेजुएशन पूरी कर चुका है।