मतदाताओं को लोकतंत्र में पूर्ण आस्था, 44.51 फीसद मतदान

राज्य ब्यूरो श्रीनगर मतदान केंद्रों पर ग्रेनेड हमले हिसक झड़पें अलगाववादियों के बंद आ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 May 2019 09:50 AM (IST) Updated:Tue, 07 May 2019 09:50 AM (IST)
मतदाताओं को लोकतंत्र में पूर्ण आस्था, 44.51 फीसद मतदान
मतदाताओं को लोकतंत्र में पूर्ण आस्था, 44.51 फीसद मतदान

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : मतदान केंद्रों पर ग्रेनेड हमले, हिसक झड़पें, अलगाववादियों के बंद और विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद जम्मू कश्मीर में सोमवार को मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई। राज्य के छह संसदीय क्षेत्रों में पाच चरणों में कुल 44.51 फीसद मतदान हुआ। इस आंकड़े ने फिर साबित कर दिया कि जम्मू कश्मीर के लोगों का लोकतंत्र में पूर्ण विश्वास है। यही कारण रहा कि लाख धमकियों के बावजूद मतदान केंद्रों पर कतारें रहीं और आतंकी व अलगाववादी को दोबारा मुंह की खानी पड़ी।

सोमवार को लद्दाख संसदीय क्षेत्र में 63.70 फीसद और शोपियां व पुलवामा जिलों (अनंतनाग-पुलवामा सीट) पर 2.81 फीसद मतदान हुआ। दोनों सीटों पर कुल मतदान फीसद 11.08 रहा। इस दौरान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और काग्रेस के पोलिंग एजेंटों के बीच मारपीट भी हुई।

एक तरफ जोश तो एकतरफ आतंक का साया :

दो जिलों लेह और करगिल के चार विधानसभा क्षेत्रों पर आधारित लद्दाख में सुबह से ही मतदाताओं में जोश दिखाई दिया। वहीं, आतंकियों का गढ़ बन चुके दक्षिण कश्मीर के पुलवामा-शोपियां जिले में मतदान सुबह से लेकर शाम चार बजे तक धीमा ही रहा। अधिकांश मतदान केंद्र दिनभर सूने ही रहे। अलबत्ता, जिला पुलवामा के अंतर्गत पंपोर विधानसभा क्षेत्र के ºियु और हाईवे के साथ सटे इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदाताओं की कतारें नजर आई, लेकिन भीतरी इलाकों में मतदान केंद्रो में मतदाताओं का टोटा रहा। शोपियां में पीरपंजाल के साथ सटे इलाकों में मतदान जिले के अन्य भागों की अपेक्षा ज्यादा रहा। कहां हुआ कितना मतदान :

सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के एक घंटे बाद तक पुलवामा जिला मुख्यालय में स्थित गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज परिसर में बने मतदान केंद्र में एक भी वोट नहीं पड़ा था और यही हाल त्राल का रहा। हालांकि बाद में नौ से साढ़े दस बजे तक ºियू के वोईन स्थित मिडिल स्कूल में बने चार मतदान केंद्रों में लगभग 2700 मतदाताओं में से 80 और प्राइमरी स्कूल में बने दो मतदान केंद्रों में पंजीकृत 1765 मतदाताओं में से मात्र 31 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। अलबत्ता दोपहर बाद तक पुलवामा डिग्री कॉलेज में बने 11 मतदान केंद्रों में पंजीकृत 8712 मतदाताओं में से 29, गवर्नमेंट ब्वॉयज सेकेंडरी स्थित दो मतदान केंद्रों में पंजीकृत 2135 मतदाताओं में 23, गर्वनमेंट ग‌र्ल्स सेकेंडरी स्कूल पुलवाम में बने मतदान केंद्रों में पंजीकृत 1959 में से सिर्फ नौ मतदाताओं ने अपना वोट डाला था। यहीं हुआ था पुलवामा हमला :

लिथपोरा, जहां 14 फरवरी को जैश के आत्मघाती आतंकी के हमले में 40 सीआरपीएफ कर्मी शहीद हुए थे, वहां से मात्र 150 मीटर की दूरी पर स्थित लिथपोरा हाईस्कूल में बने चार मतदान केंद्रों में करीब 2300 मतदाता पंजीकृत थे, लेकिन दोपहर तक मात्र 145 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, लेकिन जो भी आया विकास और शांति की चाह लेकर आया। जम्मू आगे, अनंतनाग पीछे :

तीन चरणों में संपन्न हुई अनंतनाग-पुलवामा संसदीय सीट की मतदान प्रक्रिया में मतदान का कुल फीसद 8.76 रिकार्ड किया गया, जो पूरी रियासत के छह संसदीय क्षेत्रों में सबसे कम है। सबसे ज्यादा मतदान जम्मू-पुंछ संसदीय सीट पर 72.16 फीसद रिकॉर्ड किया गया।

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