गांव में पानी का ध्यान रखेंगी महिलाएं

राज्य ब्यूरो श्रीनगर प्रदेश के प्रत्येक गांव में जल समिति का गठन किया जाएगा। समिति में कम से

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 08:10 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 08:10 AM (IST)
गांव में पानी का ध्यान रखेंगी महिलाएं
गांव में पानी का ध्यान रखेंगी महिलाएं

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रदेश के प्रत्येक गांव में जल समिति का गठन किया जाएगा। समिति में कम से कम 50 फीसद सदस्य महिला होंगी।

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह ने शुक्रवार को उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जम्मू कश्मीर में जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन की समीक्षा करते हुए इन समितियों के गठन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह समिति ग्राम पंचायत समिति की उपसमिति होगी। उन्होंने प्रत्येक गांव में क्षेत्रीय जांच किट एफटीके के जरिए जल की गुणवत्ता की निगरानी व जांच के लिए पांच लोगों विशेषकर महिलाओं को प्रशिक्षित करने पर जोर दिया।

देश के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किए गए जल जीवन मिशन के तहत पहले चरण को मार्च 2021 में पूरा किया जाएगा। दूसरा चरण दिसंबर 2021 और तीसरा व अंतिम चरण 2022 में पूरा होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल संसाधनों में रसायनिक पदार्थो की मात्रा का पता लगाने के लिए एक बार और जीवाणुनाशक संदूषण का पता लगाने के लिए दो बार जांच जरूरी है। एक बार यह जांच मानसून से पहले और दूसरी बार मानसून के बाद होनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी गांवों में ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति का गठन किया जाए। यह समिति एक तरह से ग्राम पंचायत की उपसमिति होगी। यह समिति गांव में पेयजल आपूर्ति की अवसंरचना को बनाने, पेयजल योजना को तैयार करने, उसके संचालन और देखरेख के लिए भी जिम्मेदार होगी। 15 अगस्त से पूर्व रियासी, गांदरबल व श्रीनगर में नल से मिलेगा पेयजल

उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश प्रशासन ने जम्मू कश्मीर अवसंरचना विकास वित्त निगम की निधि से 1800 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने हर गांव में पानी समिति के गठन का निर्देश देते हुए वित्त आयुक्त वित्त विभाग को इस योजना को पूरा करने के लिए आवश्यक निधि जारी करने को कहा। उपराज्यपाल ने कहा कहा कि 15 अगस्त से पहले रियासी, श्रीनगर व गांदरबल में हर घर में नल से पेयजल उपलब्ध होगा। 1800 गांवों के लिए कार्य योजना तैयार

जलशक्ति सचिव आयुक्त अजीत कुमार साहु ने बैठक में जम्मू कश्मीर में पाइपों के जरिए पेयजल आपूर्ति प्राप्त करने वाले परिवारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 6877 गांवों में से 1800 गांवों में हर घर में नल से जल उपलब्ध कराने की कार्ययोजना को तैयार कर उसे लागू किया जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत खर्च होंगे 10644.12 करोड़

जम्मू कश्मीर में जलशक्ति मिशन के तहत तीन चरणों में 10644.12 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वर्ष 2019-20 के दौरान विभाग ने नए पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के अलावा कई अवैध कनेक्शन नियमित करते हुए प्रदेश में 2.83 लाख कनेक्शन जोड़, 7.82 लाख घरों में पेयजल कनेक्शन सुनिश्चित किए हैं। जल जीवन मिशन का तीन स्तरीय ढांचा

जल जीवन मिशन का जम्मू कश्मीर प्रदेश में तीन स्तरीय ढांचा है। प्रदेश स्तर पर सर्वाेच्च व कार्यकारी समिति के साथ एक मिशन निदेशालय है। इसके बाद जिला स्तर पर जल जीवन मिशन है। तीसरे स्तर पर ग्राम पानी समितियां हैं। विभाग की पूरे प्रदेश में 20 जिला स्तरीय जल गुणवत्ता जांच प्रयोगशालाएं हैं।

chat bot
आपका साथी