आर्थिक विकास की राह पर सरपट दौड़ने को घाटी बेकरार, 15 हजार करोड़ का होगा निवेश

Investment in Kashmir. जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर निवेश की प्रक्रिया नवंबर 2019 में प्रस्तावित निवेशक सम्मेलन के बाद ही शुरू होगी।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 04 Sep 2019 07:48 PM (IST) Updated:Wed, 04 Sep 2019 07:48 PM (IST)
आर्थिक विकास की राह पर सरपट दौड़ने को घाटी बेकरार, 15 हजार करोड़ का होगा निवेश
आर्थिक विकास की राह पर सरपट दौड़ने को घाटी बेकरार, 15 हजार करोड़ का होगा निवेश

श्रीनगर, नवीन नवाज। अलगाववाद और ब्लैकमेल की सियासत के कारण आर्थिक विकास की दौड़ में पिछड़ चुका कश्मीर सभी को पछाड़ने के लिए तैयार हो रहा है। अगले तीन माह के दौरान वादी में 15 हजार करोड़ का निवेश होने जा रहा है। अगले एक वित्तीय वर्ष के दौरान इस निवेश को एक लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। यह निवेश वादी में हर दूसरे व्यक्ति को प्रत्यक्ष-परोक्ष रोजगार देगा। निवेशकों में रिलांयस समूह से लेकर पेपर बोट डिजायन स्टूडियो तक शामिल हैं।

राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वादी में निवेश के लिए 44 बड़ी कंपनियों ने औपचारिकताओं को पूरा करना शुरू कर दिया है। इन्होंने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा कर दिया है। जमीनी स्तर पर निवेश की प्रक्रिया नवंबर 2019 में प्रस्तावित निवेशक सम्मेलन के बाद ही शुरू होगी। इच्छुक कंपनियों ने वादी में कारोबार और विभिन्न इलाकों को विकसित करने की पूरी योजना स्थानीय सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के अनुकूल तैयार की है। इन सभी कंपनियों ने स्थानीय कौशल और मानव संसाधन को इस्तेमाल करने का यकीन दिलाया है।

आठ बड़े क्षेत्रों में दिग्गज कंपनियां करेंगी निवेश

अधिकारी ने बताया कि यह कंपनियां आठ बड़े क्षेत्रों सूचना प्रौद्योगिकी, मौलिक अवसंरचना, नवीकरण ऊर्जा, उत्पादन, होटल एंड रेस्तरां व मनोरंजन, कौशल विकास, प्रतिरक्षा, और पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने जा रही हैं। निवेशक कंपनियों में अलफा डिजाइन, श्री सीमेंट्स, कृष्णा हाइड्रो प्रोजेक्ट, एस्काट इन्फ्रास्ट्रक्चर, एलएम एनर्जी एंड साफ्टवेयर, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, रिलायंस कम्यूनिकेशंस, प्रिसिशन इंडस्ट्रीयल सिस्टम, ऐस इंटरनेशनल, इंडस वैली अयूर विलास, ओंकारेश्र्वर ट्रेड लिंक्स, सीवीके ग्रुप, पेपर बोट डिजायन स्टूडियो, केआर पेपर लिमिटेड, पोवाल लैब्स, चीमा बायलर्स, विशाल एजुटेक प्राइवेट लिमिटेड, डालमिया सीमेंट्स, सेवक लिमिटेड, प्रकाश एम्यूजमेंट राइड्स एंड फन व‌र्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड और मचानी ग्रुप हैं।

शुरुआत में 12 हजार करोड़ का करेंगी निवेश

यह कंपनियां शुरू में 12 हजार करोड़ का निवेश कर रही हैं। इस निवेश को अगले एक माह में 35 करोड़ तक पहुंचाया जा रहा रहा है। नवंबर में निवेशक सम्मेलन के बाद इस निवेश को अगले एक साल के दौरान एक लाख करोड़ रुपये पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि निवेश की इच्छा जताने वाले कई बड़े व्यापारिक घरानों ने पहले भी कई बार यहां निवेश की इच्छा जतायी थी, लेकिन तत्कालीन परिस्थितियों और स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण यह कभी अपने प्रस्ताव को हकीकत देने के लिए आगे नहीं बढ़े थे।

निवेशक सम्मेलन नवंबर में राज्य वित्त विभााग और उद्योग एवं वाणिज्य विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि निवेशक सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। उन्होंने इसके स्थगित होने की अफवाहों को नकारते हुए कहा यह कुछ लोगों के दिमाग की उपज हैं। यह सम्मेलन नवंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में ही होगा। इसमें जम्मू कश्मीर के निवेशकों की भागेदारी भी होगी। सभी बड़े निवेशक तो दूसरे राज्यों के ही होंगे और हमारा मकसद उनसे यहां पूंजी निवेश को सुनिश्चित बनाना है। अभी तक निवेशकों के जो रुझान मिले हैं, उसके आधार पर हमने जो लक्ष्य तय किया है, वह आसानी से प्राप्त होगा। इससे यहां कश्मीर में सामाजिक आर्थिक विकास तेजी पकड़ेगा। हर दूसरे कश्मीरी नागरिक को इस निवेश से प्रत्यक्ष-परोक्ष रोजगार मिलेगा।

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