ट्रैफिक नियमों की अवहेलना पर सख्त कार्रवाई होगी : आइजीपी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आइजीपी ट्रैफिक बसंत रथ ने मंगलवार को कहा कि मैं आप लोगों को निराश नहीं करूंग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Mar 2018 03:02 AM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 03:02 AM (IST)
ट्रैफिक नियमों की अवहेलना पर सख्त कार्रवाई होगी : आइजीपी
ट्रैफिक नियमों की अवहेलना पर सख्त कार्रवाई होगी : आइजीपी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आइजीपी ट्रैफिक बसंत रथ ने मंगलवार को कहा कि मैं आप लोगों को निराश नहीं करूंगा। मैं सिर्फ डाउन-टाउन में ही ट्रैफिक का निजाम सुधारूंगा क्योंकि वहां भी लोग रहते हैं। मिनीबस और बस चालकों की मनमानी बंद कराते हुए इस बात को यकीनी बनाऊंगा कि कोई लड़की या महिला बस में खड़ी न हो, उसे हमेशा सीट मिले। ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

आइजीपी ट्रैफिक का कार्यभार संभालने के बाद पहली बार यहां वसंत रथ ने कहा कि मैं ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए हमेशा उपलब्ध हूं। सोशल मीडिया पर भी मुझसे संपर्क किया जा सकता है। नियमों के पालन में किसी छोटे-बड़े का लिहाज नहीं होने वाला और न ट्रैफिक पुलिस विभाग में अक्षम, लापरवाह व भ्रष्ट तत्वों को बर्दाश्त किया जाएगा। मेरे लिए ईमानदारी और काम के प्रति निष्ठा ही मायने रखती है।

उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विभागों और सुरक्षा एजेंसियों को सड़क पर चलने वाले अपने वाहनों के दस्तावेज दुरुस्त रखने होंगे। अब कोई अनियमितता सहन नहीं होगी। जब तक मैं आइजी ट्रैफिक हूं तब तक महिलाओं को सार्वजनिक यात्री वाहनों में सीट मिलेगी। वाहन चालकों को वर्दी पहननी होगी और सभी रुटों पर तय समय के मुताबिक यात्री वाहन उपलब्ध रहेंगे। सार्वजनिक वाहनों में ओवरलोडिंग नहीं होगी और नो पार्किग जोन या सड़क या बाजार में बेतरतीब वाहन खड़े नहीं होंगे। अगर हुए तो कार्रवाई होगी। आइजीपी ने कहा कि सड़कों पर वाहनों को मनमर्जी से खड़ा करने की आदत के समाप्त होने के साथ ही ट्रैफिक जाम की समस्या भी हल हो जाएगी। जम्मू में देखो, वहां आज भी वही सड़के हैं, जो छह माह पहले थी।

उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि रातोंरात सबकुछ ठीक हो जाएगा। मेरे पास ऐसा करने के लिए जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन लोगों के सहयोग और कानून के अनुपालन को यकीनी बनाने से ही यह सब होगा। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए कानून का सही तरीके से लागू न होना भी एक बड़ी समस्या है। आम लोगों को भी ध्यान रखना चाहिए।

निजी स्कूलों के वाहनों की समस्याओं संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए किसी वाहन की सेवा लेते हुए पूरा विचार करना चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि क्या यह बस या टैक्सी सही है या नहीं। चालक के पास लाइसेंस है या नहीं। बैठने की व्यवस्था कैसी है।

माननीयों और प्रभावशाली तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में आइजीपी ने कहा कि जम्मू में आज कोई वीआइपी वाहन ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता नजर नहीं आता। यहां कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य थोड़ा अलग है, लेकिन मैं इस बात को यकीनी बनाऊंगा कि वीआइपी भी नियमों के दायरे में रहें। मेरे कारण आइजी कश्मीर को कोई समस्या न हो। आप खुद देखेंगे कि नियम तोड़ने पर 26 लाख की एसयूवी वाले का भी चालान होगा और आठ लाख की गाड़ी में बैठने वाला भी नियम से बाहर नहीं होगा।

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