टीके के गलत प्रमाणपत्र जारी होने की जांच करेगा विभाग

जम्मू कश्मीर में बहुत से मामलों में ऐसा देखा गया है कि एक डोज लेने के कुछ सप्ताह बाद लोगों को बिना दूसरी डोज लिए ही दोनों डोज लेने के मैसेज आ गए। इसकी कई लोगों ने शिकायत भी की है। अब ऐसे मामलों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष अभियान चलाने का फैसला किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 05:48 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 05:48 AM (IST)
टीके के गलत प्रमाणपत्र जारी होने की जांच करेगा विभाग
टीके के गलत प्रमाणपत्र जारी होने की जांच करेगा विभाग

राज्य ब्यूरो, जम्मू: जम्मू कश्मीर में बहुत से मामलों में ऐसा देखा गया है कि एक डोज लेने के कुछ सप्ताह बाद लोगों को बिना दूसरी डोज लिए ही दोनों डोज लेने के मैसेज आ गए। इसकी कई लोगों ने शिकायत भी की है। अब ऐसे मामलों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष अभियान चलाने का फैसला किया है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह शिकायतें मिल रही हैं कि वैक्सीन की एक डोज लेने के बाद कई को दोनों डोज के प्रमाणपत्र जारी हो गए हैं। विभाग ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस प्रकार की गलती न करने की चेतावनी दी है। अब शुरू किए गए विशेष अभियान में ऐसी गल्तियों की पहचान की जाएगी जहां पर एक डोज के बाद दूसरी डोज के लोगों को गलत संदेश भेजे गए हैं। हालांकि, इसके पीछे यह भी तर्क दिया जा रहा है कि पोर्टल पर अचानक तेजी के साथ इंट्री अपलोड करने के कारण ऐसा हुआ है। जम्मू-कश्मीर दो करोड़ डोज के करीब पहुंच गया है। इसीलिए ऐसी गलती की अब कोई भी गुंजाइश नहीं होने दी जाएगी। कुपवाड़ा जिले के सोगाम ब्लाक के दो लोगों ने शिकायत की थी कि एक डोज के बाद दूसरी डोज न लेने के बावजूद उन्हें दोनों डोज मिलने के प्रमाणपत्र जारी हो गए। कोविड ड्यूटी में शिक्षकों की तीन माह से अधिक तैनाती नहीं

कोविड ड्यूटी के लिए शिक्षकों को तीन माह से अधिक जरूरी सेवाओं के लिए तैनात नहीं किया जा सकता और न ही उनकी यह तैनाती दोहराई जा सकती है। यानी अगर तीन महीने बाद किसी शिक्षक को वापस बुलाया जाता है तो उसकी दोबारा आवश्यक सेवा नहीं ली जा सकती। इस संबंध में जम्मू कश्मीर शिक्षा विभाग ने आवश्यक सेवाओं के लिए तैनात किए गए शिक्षकों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नागरिक सचिवालय से जारी सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि किसी भी स्कूल का एक से अधिक शिक्षक कोविड ड्यूटी के लिए आवश्यक सेवाओं में तैनात नहीं किया जा सकता। किसी भी शिक्षक की तैनाती से पूर्व उसकी पूरी डिटेल जिसमें उसके पद, तैनाती और उसकी सेवा कहां ली जा रही है, से संबंधित जानकारी शिक्षा विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को सौंपी जाएगी। इसके अलावा चुनाव संबंधी ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षकों की तैनाती को लेकर कुछ जिला उपायुक्तों ने उनकी सेवाओं को निरंतर रखने की मांग की थी। विभाग ने चुनाव ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षकों की तैनाती भी तीन महीने से अधिक न करने के निर्देश जारी किए हैं।

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