जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराएं : इंजीनियर रशीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अवामी इत्तेहाद पार्टी के अध्यक्ष व निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने रविवार क

By Edited By: Publish:Mon, 05 Sep 2016 01:06 AM (IST) Updated:Mon, 05 Sep 2016 01:06 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर में जनमत 
संग्रह कराएं : इंजीनियर रशीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अवामी इत्तेहाद पार्टी के अध्यक्ष व निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने रविवार को केंद्रीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को एक ज्ञापन सौंप कर जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग की। उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या के समाधान का यही एकमात्र उपाय है।

केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने साथियों संग मुलाकात के बाद इंजीनियर रशीद ने कहा कि हमने केंद्रीय गृहमंत्री और उनके साथ आए सांसदों को साफ शब्दों मे कहा कि बिना जनमत संग्रह कराए कश्मीर समस्या का समाधान नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह सिर्फ जम्मू-कश्मीर में नहीं बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में भी होगा।

उन्होंने कहा कि हमने उन्हें कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात के लिए नई दिल्ली ही जिम्मेदार है। उसने कश्मीरियों के साथ बार-बार धोखा किया है। कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने का एलान खुद हिंदोस्तान के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने किया था। संयुक्त राष्ट्र की सिफारिशों में भी कश्मीर में जनमत संग्रह की बात शामिल है।

इंजीनियर रशीद ने कहा कि अगर पूरा जम्मू-कश्मीर हिंदोस्तान के साथ है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बात सही है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग भी हिंदोस्तान के साथ आना चाहते हैं तो फिर जनमत संग्रह कराने में नई दिल्ली को किस बात का डर है। यहां तो सिर्फ पांच फीसद लोग ही बकौल मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती आजादी के नारे लगा रहे हैं।

उन्होंने बलूचिस्तान का मुद्दा उछालने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। इंजीनियर रशीद ने कहा कि उन्हें बलूच लोगों से कोई हमदर्दी नहीं है। उन्होंने यह पैंतरा सिर्फ कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को रोकने के लिए चला है। अगर पाकिस्तान कहेगा कि वह कश्मीर मसला नहीं उछालेगा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बलूचिस्तान की बात नहीं करेंगे।

इंजीनियर रशीद ने कहा कि हमने यहां पैलेट गन, अलगाववादी खेमे से बातचीत, सेना द्वारा ग्रामीणों से बेगारी लेने, अफस्पा हटाने जैसे मुद्दो पर भी बातचीत की है और कहा कि कश्मीरियो को अब नई दिल्ली पर यकीन नहीं रहा है।

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