पांच पाकिस्तानी आतंकी ढेर, दो जवान शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कुपवाड़ा के मारसरी में शुक्रवार शाम को शुरू हुई भीषण मुठभेड़ 17 घंटे बाद शनि

By Edited By: Publish:Sun, 14 Feb 2016 02:42 AM (IST) Updated:Sun, 14 Feb 2016 02:42 AM (IST)
पांच पाकिस्तानी आतंकी ढेर, दो जवान शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कुपवाड़ा के मारसरी में शुक्रवार शाम को शुरू हुई भीषण मुठभेड़ 17 घंटे बाद शनिवार दोपहर को लश्कर के पांच पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के साथ ही समाप्त हो गई। इस दौरान दो सैन्यकर्मी शहीद व एक मेजर समेत तीन जवान घायल हो गए। मुठभेड़ के दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी पूरी तरह तबाह हो गया।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम करीब साढ़े छह बजे कुपवाड़ा के मारसरी-चौकीबल गांव से गुजर रहे सैन्य गश्तीदल पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था। ये आतंकी गांव में गुलाम अहमद वानी नामक एक ग्रामीण के मकान में छिपे हुए थे। सेना की 41 आरआर, 16 ग्रेनेडियर्स और 19 मराठा के जवानों की संयुक्त टुकड़ी ने आतंकियों को घेर लिया और वहां मुठभेड़ शुरू हो गई।

बताया जाता है कि मेजर हरविंद्र सिंह के नेतृत्व में जवानों की एक टुकड़ी ने आतंकी ठिकाना बने मकान में फंसे नागरिकों को बीती रात ही फायरिंग के बीच वहां से सुरक्षित निकाल लिया। इस दौरान मेजर समेत पांच सैन्य कर्मी घायल हो गए थे। उन्हें उसी समय निकटवर्ती सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही देर बाद नायक शिंदे शंकर चंद्रभान और गन्नर सहदेव मारुति अपने जख्मों के ताव न सहते हुए चल बसे। सूत्रों के अनुसार आतंकी मकान की पहली मंजिल मे छिपे थे। सैन्यकर्मी मकान के निचले हिस्से में फंसे नागरिकों को निकालते हुए उनका निशाना बने। अलबत्ता, अन्य जवानों ने आतंकियों के भागने के सभी रास्ते बंद कर दिए।

डीआइजी उत्तरी कश्मीर गरीब दास ने बताया कि एक आतंकी आधी रात के बाद घेराबंदी तोड़ने के प्रयास में मारा गया, जबकि एक अन्य शनिवार सुबह सात बजे तक मारा गया था। दो अन्य आतंकी अगले तीन घंटे में मारे गए और पांचवां आतंकी दोपहर 12 बजे मारा गया। उन्होंने कहा कि हमारे पास शुरुआती सूचना के मुताबिक गांव में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की जानकारी थी, लेकिन सुबह दो आतंकियों के मारे जाने के बाद हमें यकीन हुआ कि मकान में तीन आतंकी और हैं। फिलहाल, सभी पांच आतंकी मारे गए हैं।

डीआइजी ने बताया कि मारे गए आतंकियों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है। उनकी पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन वह सभी पाकिस्तानी मूल के ही हैं। उनके पास से पांच एसाल्ट राइफलें व अन्य युद्धक सामग्री भी मिली है। फिलहाल, हमने गांव में घेराबंदी के बीच तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है। अगर मारे गए आतंकियों का कोई और साथी है तो उसे भी जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ा जा सके।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि यह आतंकी करीब छह माह पहले ही गुलाम कश्मीर से भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। ये लोग चौकीबल के ऊपरी जंगल में ही ठिकाना बनाए हुए थे, लेकिन गत दिनों हुए हिमपात के बाद यह गांव में आए और मारे गए।

उत्तरी कमान प्रमुख ने दी शहीद जवानों को श्रद्घांजलि :

कुपवाड़ा मुठभेड़ में शहीद हुए नायक शिंदे शंकर चंद्रभान और गन्नर सहदेव मारुति को उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा और सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एसके दुआ ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने शहीदों के परिजनों के साथ अपनी संवेदना जताते हुए कहा कि भारतीय सेना हमेशा उनके साथ है।

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