किला शहीद गढ़ गुरुद्वारे में शहीदों को दी श्रद्धांजलि

कस्बे के किला दरहाल क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारा साहब किला शहीद गढ़ में बलिदानी दिवस के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर जिला उपायुक्त राजौरी राजेश कुमार सावन सहित सेना के अधिकारी भी मौजूद रहे। सेना की लाम बटालियन की कार्यक्रम आयोजन में मुख्य भूमिका रहती है। बटालियन के अधिकारियों एवं जवानों ने शहीदी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर वर्ष 1948 में पाकिस्तानी कबायलियों के साथ लड़ते हुए सेना व स्थानीय लोग जो कि उस समय शहीद हुए थे उन्हें शस्त्र उल्टे कर सलामी दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 07:14 AM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 07:14 AM (IST)
किला शहीद गढ़ गुरुद्वारे में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
किला शहीद गढ़ गुरुद्वारे में शहीदों को दी श्रद्धांजलि

संवाद सहयोगी, नौशहरा : कस्बे के किला दरहाल क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारा साहब किला शहीद गढ़ में बलिदानी दिवस के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर जिला उपायुक्त राजौरी राजेश कुमार सावन सहित सेना के अधिकारी भी मौजूद रहे। सेना की लाम बटालियन की कार्यक्रम आयोजन में मुख्य भूमिका रहती है। बटालियन के अधिकारियों एवं जवानों ने शहीदी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर वर्ष 1948 में पाकिस्तानी कबायलियों के साथ लड़ते हुए सेना व स्थानीय लोग जो कि उस समय शहीद हुए थे, उन्हें शस्त्र उल्टे कर सलामी दी। वहीं डिप्टी कमिश्नर राजौरी राजेश कुमार सावन, तहसीलदार किला दरहाल विजय कुमार शर्मा सहित पुलिस के अधिकारियों ने भी स्मारक पर पुष्प अर्पित कर सलामी दी। गुरुद्वारा साहब किला शहीद गढ़ में गत पांच दिनों से श्री गुरु ग्रंथ साहब जी का पाठ चल रहा था। वीरवार सुबह पाठ का भोग करने के बाद शबद कीर्तन शुरू हुआ। इस अवसर पर विभिन्न रागी जत्था ने श्री गुरु ग्रंथ साहब की वाणी प्रस्तुत की । उल्लेखनीय है कि किला शहीद गढ़ गुरुद्वारा साहिब उन शहीदों के नाम पर बनाया गया है जिन्होंने पाकिस्तानी कबायलियों के हाथों वर्ष 1948 में लाम, पोखरनी राजवा सहित अन्य गांव को आक्रमणकारियों के चुंगल से मुक्त कराते हुए अपने प्राण न्योछावर किए थे । तब से लेकर हर वर्ष 28 अक्टूबर को किला शहीद गढ़ गुरुद्वारा साहिब में शहीदी दिवस मनाया जाता है। इसमें हजारों की संख्या में स्थानीय लोग शामिल होते हैं। कार्यक्रम के दौरान गुरु का अटूट लंगर भी लगाया गया, जिसमें संगत ने लंगर प्रसाद ग्रहण किया।

chat bot
आपका साथी