काम के बोझ तले दबे स्थायी कर्मियों ने सरकार को चेताया

बकाया वेतन स्थायी करने सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर पिछले एक माह से कामछोड़ हड़ताल पर गए जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मियों के समर्थन में बुधवार को विभाग के स्थायी कर्मी भी उतर आए। स्थायी कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन अस्थायी कर्मियों की मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की। साथ ही उन्होंने लगातार 24 घंटे सेवाएं लेने पर भी नाराजगी जताई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 01:53 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 01:53 AM (IST)
काम के बोझ तले दबे स्थायी कर्मियों ने सरकार को चेताया
काम के बोझ तले दबे स्थायी कर्मियों ने सरकार को चेताया

संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : बकाया वेतन, स्थायी करने सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर पिछले एक माह से कामछोड़ हड़ताल पर गए जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मियों के समर्थन में बुधवार को विभाग के स्थायी कर्मी भी उतर आए। स्थायी कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन अस्थायी कर्मियों की मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की। साथ ही उन्होंने लगातार 24 घंटे सेवाएं लेने पर भी नाराजगी जताई।

ज्ञात हो कि जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारियों की काम छोड़ हड़ताल के कारण पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। हालांकि विभाग द्वारा स्थायी कर्मचारियों से जबरन अधिक कार्य लिया जा रहा है। इस पर नाराजगी जताते हुए स्थायी कर्मचारियों ने भी धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि चार सौ मुलाजिम की जगह सिर्फ चालीस स्थायी कर्मियों से काम लिया जा रहा है, जो अधिक समय तक संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि उन से अधिक काम लिया जा रहा है जिससे कर्मचारी तनाव का शिकार है। स्थायी कर्मचारी यूनियन के प्रधान प्रीतम कुमार ने कहा कि सरकार अस्थायी कर्मचारियों के मामले को जल्दी हल करे। वरना स्थायी कर्मचारी भी काम छोड़ हड़ताल पर जाने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि विभाग में 24 घंटे सेवाएं ली जा रही है जो उनके लिए संभव नहीं है। अस्थायी कर्मचारियों की समस्याओं को जल्द हल किया जाना चाहिए ।

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