बिना रोक-टोक सैन्य शिविरों के पास हो रहा निर्माण

जागरण संवाददाता राजौरी सैन्य शिविरों के पास कोई भी निर्माण नहीं हो सकता। यहां तक ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 09:19 AM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 06:32 AM (IST)
बिना रोक-टोक सैन्य शिविरों के पास हो रहा निर्माण
बिना रोक-टोक सैन्य शिविरों के पास हो रहा निर्माण

जागरण संवाददाता, राजौरी : सैन्य शिविरों के पास कोई भी निर्माण नहीं हो सकता। यहां तक कि तकनीकी हवाई पट्टी के दोनों तरफ और इसकी दीवार के आसपास भी निर्माण नहीं किया जा सकता। 500 मीटर के दायरे में कोई भी दो मंजिला इमारत नहीं हो सकती। लेकिन राजौरी शहर व आसपास सैन्य शिविरों से कुछ ही मीटर की दूरी परतीन मंजिला इमारतें बन चुकी हैं, परंतु इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह आने वाले समय में काफी बड़ी सुरक्षा चूक साबित हो सकती है।

जानकारी के अनुसार सुरक्षा कानून 1903 की सेक्शन तीन में यह साफ है कि सेना ने जिस क्षेत्र में अपना गोला-बारूद जमा किया हो या डिपो हो, वहां पर सौ यार्ड के दायरे में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जा सकता है, लेकिन यहां पर तो डिपो के आसपास बहुमंजिला इमारतों का निर्माण हो चुका है। कुछ इमारतों का निर्माण कार्य रोका गया और मामले कोर्ट में चल रहे हैं। लेकिन जिस समय इन इमारतों का निर्माण चल रहा था, उस समय किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई। इसी तरह से अन्य सैन्य शिविरों के आसपास 50 से सौ मीटर के दायरे में कोई इमारत नहीं हो सकती, लेकिन जिले में तो हर सैन्य शिविर के सटे बहुमंजिला इमारतें बनी हुई हैं।

जिले में जिन-जिन क्षेत्रों में सैन्य शिविर व गोला बारूद के डिपो हैं, उन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों द्वारा जमकर निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इस निर्माण को रोकने के लिए कोई भी प्रयास न तो प्रशासन द्वारा किया जा रहा है और न ही सेना द्वारा इन मामलों को गंभीरता के साथ लिया जा रहा है। तकनीकी हवाई पट्टी के आसपास भी हो रहा निर्माण

नगर के बीचोबीच बनी तकनीकी हवाई पट्टी के आसपास भी लोगों द्वारा जमकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। जबकि कानून के अनुसार तकनीकी हवाई पट्टी के दोनों छोरों के साथ-साथ सुरक्षा दीवार से 500 मीटर की दूरी पर कोई निर्माण नहीं हो सकता और न ही कोई बहुमंजिला इमारत बन सकती है, लेकिन इसे नजरंदाज किया जा रहा है। हवाई पट्टी के आसपास जमकर निर्माण कार्य हो रहा है और कई बहुमंजिल इमारतों का भी निर्माण हो चुका है। कुछ निर्माण कार्यो पर लिया का गया स्टे

सेना द्वारा गोला-बारूद डिपो के आसपास बन रही कुछ इमारतों के निर्माण कार्य पर स्टे लिया गया है और मामले कोर्ट में चल रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों ने अपनी इमारतों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और पिछले कई वर्षो से इन इमारतों में रह रहे हैं। सेना के शिविरों के आसपास जो भी निर्माण हो रहा है, उसे रोकने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। सेना ने कई निर्माण कार्यो पर स्टे भी हासिल कर रखा है। सैन्य शिविरों के आसपास कानून के अनुसार ही निर्माण कार्य को अनुमति दी जाती है। जिन लोगों ने अवैध निर्माण किया है, उनके ऊपर कार्रवाई तय है।

- मुहम्मद अशरफ, सहायक आयुक्त राजस्व, राजौरी

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