गायत्री पूजन से मिलता है निर्मल ज्ञान : सुनीतानंद

संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : शक्ति संस्थान में चल रहे श्री गायत्री महायज्ञ में शनिवार को श्री श्री 1008

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Apr 2017 08:01 PM (IST) Updated:Sat, 29 Apr 2017 08:01 PM (IST)
गायत्री पूजन से मिलता है 
निर्मल ज्ञान : सुनीतानंद
गायत्री पूजन से मिलता है निर्मल ज्ञान : सुनीतानंद

संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : शक्ति संस्थान में चल रहे श्री गायत्री महायज्ञ में शनिवार को श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर माता सुनीतानंद गिरि जी महाराज ने भक्तों को अपने प्रवचनों से निहाल किया। उन्होंने कहा कि मां गायत्री के निर्मल ज्ञान से ही समस्त संसार ज्ञान रूपी प्रकाश से प्रकाशमान है। मां गायत्री के पूजन से जातक को निर्मल ज्ञान की प्राप्ति होती है।

वहीं, शक्ति संस्थान में श्री वेद माता गायत्री की महिमा के गुणगान में शांति कुंज हरिद्वार से पधारे हुए आचार्य शेकेंद्राचार्य जी महाराज ने माता गायत्री का गुणगान करते हुए कहा की भगवान व्यास कहते हैं कि गायत्री मंत्र समस्त वेदों का सार है। गायत्री वेदों की जननी और पाप-विनाशिनी हैं, गायत्री-मंत्र से बढ़कर अन्य कोई पवित्र मंत्र नहीं है। इन्होंने ही प्राणों का त्राण किया था, इसलिए इनका गायत्री नाम प्रसिद्ध हुआ। गायत्री चालीसा के नित्य पाठ से मनुष्य सभी रोग-दोष तथा आवागमन के बंधन से मुक्त होता है एवं धन-धान्य से परिपूर्ण होता है। साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। इससे पूर्व शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर शक्ति संस्थान द्वारा अनेक युवाओं को गुरु दीक्षा एवं यज्ञोपवीत धारण करवाया गया। उसके उपरांत शहर के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा वेद पाठी ब्राह्माणों व संतों का पूजन किया गया। प्रतिदिन वेद पाठी विद्वानों व पधारी संगत के लिए प्रसाद का प्रबंध भी मंदिर परिसर में किया जाता है। इस अवसर पर शक्ति संस्थान में माता गायत्री की महिमा का गुणगान सुनने के लिए पहाड़ी सलाहकार बोर्ड के उपसभापति कुलदीप राज गुप्ता व पूर्व एमएलसी एवं कांग्रेस प्रवक्ता रविंद्र शर्मा भी पहुंचे थे।

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