जंगलों में आग लगाने वालों पर हो कार्रवाई

संवाद सहयोगी कालाकोट सोलकी धर्मशाल पोता गाला बरेवी खड़क चनेसर गाला आदि जंगल आग की

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jul 2019 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jul 2019 06:50 AM (IST)
जंगलों में आग लगाने वालों पर हो कार्रवाई
जंगलों में आग लगाने वालों पर हो कार्रवाई

संवाद सहयोगी, कालाकोट: सोलकी, धर्मशाल, पोता गाला, बरेवी, खड़क, चनेसर गाला आदि जंगल आग की भेंट चढ़ गए, जिससे वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है।

आग से पर्यावरण पर भी काफी असर पड़ा है, जिस पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चिता जताते हुए जंगलों की आग को पर्यावरण के लिए बड़ा संकट बताया। साथ ही कहा कि वन विभाग को उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो लोग घास के लालच में जंगलों को आग के हवाले कर देते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुमार, नरेश शर्मा, मोहनलाल आदि ने कहा कि जंगलों को सहेजने की जरुरत है। अगर जंगल ही नहीं रहेंगे तो बिना पर्यावरण के जीवित नहीं रह पाएंगे।

उन्होंने कहा कि लोग घास की थोड़ी लालच में आकर जंगलों के समीप आग लगा देते हैं, जिससे जंगलों को भारी नुकसान होता है। लोग इतने पेड़ नहीं लगा पाते, जितना की आग व जंगलों में अवैध कटाई से नुकसान कर देते हैं। वन विभाग को ऐसे लोगों की पहचान कर कार्रवाई करनी चाहिए जो लोग जंगलों में आग लगा कर वन संपदा की भारी हानि पहुंचाते हैं।

वहीं इस संबंधी वन विभाग के रेंज अधिकारी मारूफ अहमद का कहना है कि जंगलों में आग लगाने वाले सजा के हकदार हैं, जो कोई जंगल में आग लगाने पर दोषी पाया जाता है उसे जुर्माने के साथ 6 से 7 साल की सजा का भी प्रावधान है। विभाग की टीम उन लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है जो लोग घास के लिए जंगलों में आग लगा रहे हैं।

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