प्राकृतिक जल स्रोतों के सूख जाने से तहसील में पेयजल संकट गहराया

संवाद सूत्र, रामकोट : गर्मी के इस मौसम में पीएचई विभाग की अपर्याप्त पेयजल सप्लाई और प्राकृतिक जल स्र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jun 2018 11:00 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jun 2018 11:00 PM (IST)
प्राकृतिक जल स्रोतों के सूख जाने से तहसील में पेयजल संकट गहराया
प्राकृतिक जल स्रोतों के सूख जाने से तहसील में पेयजल संकट गहराया

संवाद सूत्र, रामकोट : गर्मी के इस मौसम में पीएचई विभाग की अपर्याप्त पेयजल सप्लाई और प्राकृतिक जल स्रोतों के सूख जाने से तहसील भर में इन दिनों पेयजल का संकट गहराया हुआ है। लोगों को पानी के लिए दर बदर होना पड़ रहा है। लोग स्कूटर आदि निजी गाड़ियों पर पानी डोने पर मजबूर हो गए हैं। क्षेत्र में स्थित कई हैंडपंपों पर लोगों की कतारें लगी देखी गई तो कई जगह हैंडपंप खराब है या दूषित पानी दे रहे हैं। ऐसे में लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों को कई-कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। हालात कुछ ऐसे हैं कि कस्बा रामकोट में हर तीसरे से चौथे दिन पानी की सप्लाई की जा रही है। लेकिन वह पानी पीने के काबिल नहीं है। इसी तरह गलक, मकवाल, नगरोटा गुज्जरू, कंधारनू, काह कच्छेड़, डेरली, अगली धार आदि कई गाव में पानी का संकट गहराया हुआ है। विभाग क्षेत्र में पानी की आपूर्ति करने के लिए काफी मशक्कत में है, बावजूद इसके लोगों में पेयजल के प्रति काफी शिकायत देखने को मिल रही है। लोगों की माग है कि जब तक पानी का संकट चल रहा है तब तक विभाग क्षेत्र में टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई करे।

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रोजाना बिजली कटौती से मुश्किल आ रही : एईई

इस संबंध में विभाग के एईई वीरेंद्र सिंह का कहना है कि गर्मी की वजह से नदी-नाले सूख गए हैं, वहीं रोजाना बिजली की कटौती के कारण भी काफी मुश्किल आ रही है। जिस कारण लोगों को पर्याप्त सप्लाई पूरी करने में दिक्कत आ रही है। विभाग पानी की सप्लाई के लिए टैंकरों के जरिए आपूर्ति तो कर रहा है बावजूद इसके पानी की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। उनकी कोशिश है कि लोगों तक पानी पहुंचाया जाए।

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