सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ उन्नति की राह भी खोलेंगे लोकार्पित पुल

राकेश शर्मा कठुआ जम्मू कश्मीर के दुर्गम एवं पिछड़े दूरदराज क्षेत्रों में जनता को बेहतर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 06:01 AM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 06:01 AM (IST)
सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ उन्नति की राह भी खोलेंगे लोकार्पित पुल
सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ उन्नति की राह भी खोलेंगे लोकार्पित पुल

राकेश शर्मा, कठुआ

जम्मू कश्मीर के दुर्गम एवं पिछड़े दूरदराज क्षेत्रों में जनता को बेहतर सड़क संपर्क सुविधा देने में जुटी केंद्र की मोदी सरकार ने बीते एक वर्ष में कठुआ जिले में सात बड़े पुलों का निर्माण करके एक रिकॉर्ड बनाया है, जो पूर्व सरकारें 70 साल में नहीं कर पाईं। कठुआ-सांबा रोड के आसपास की करीब 5 लाख की आबादी को सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीन और बड़े पुलों का तोहफा देते हुए दिल्ली से ई-उद्घाटन कर बड़ी सुविधा प्रदान की। ग्रेफ (जनरल रिजर्व इंजीनियर्स फोर्स) द्वारा तैयार किए गए कुल 361 मीटर लंबाई के तीनों पुलों के निर्माण पर करीब 20 करोड़ लागत आई है। यह पुल एक साल में बनाए गए हैं। चार माह पहले भी इस मार्ग पर ही तरनाह नाले और उससे पहले बेई नाले पर शेरपुर में बने पुलों का रक्षामंत्री ने दिल्ली से ऑनलाइन लोकार्पण किया था, जबकि वर्ष 2019 में इसी मार्ग पर पंडोरी में करीब 50 करोड़ की लागत से तैयार हुए पुल का खुद लोकार्पण करने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे थे। इस साल कठुआ में रक्षा मंत्रालय ने बेहतर सड़क कनेक्टिविटी देकर आजादी के बाद का अब तक के सबसे बड़े तोहफे की बरसात की है। इससे पहले कभी ऐसा संभव नहीं हो पाया, जब करीब एक वर्ष में 100 करोड़ के पुलों का ग्रेफ ने केंद्र सरकार के सख्त आदेश पर समय पर निर्माण किया हो। कठुआ जिले में तीन पुलों के लोकार्पण के साथ सटे पंजाब के परमानंद और बमियाल में रक्षामंत्री ने दिल्ली से ऑनलाइन लोकार्पण किया। इसका लाभ भी कठुआ जिले की जनता को मिलेगा। यह सड़क भी यहां के लोगों को पंजाब से जोड़ेगी। दोनों पुलों की लंबाई 70 मीटर है, जिन पर साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च आए हैं।

-----------------------------------------

इन पुलों का ऑनलाइन हुआ लोकार्पण

-कठुआ-सांबा रोड के सन्याल नाले पर,

लंबाई 121 मीटर,

लागत 6 करोड़ रुपये कठुआ-सांबा रोड पर राजपुरा-मदून नाले पर

लंबाई 150 मीटर

लागत 7.50 करोड़,

इसी के साथ जुड़ी दो छोटी पुली

लंबाई 90.6 मीटर

लागत 5 करोड़

सांझीमोड़-कोटपुन्नु रोड पर बनियाड़ी नाले पर

लंबाई 90 मीटर

लागत 5 करोड़ रुपये

---

नगरी से सटे पंजाब के बमियाल रोड पर

लंबाई 40 मीटर

लागत 2 करोड़

जिला कठुआ से सटे पंजाब के परमानंद रोड पर

लंबाइ 30 मीटर

लागत डेढ़ करोड़

------------------------

अब लोगों के दरवाजे पर मिलेगी परिवहन सुविधा

पुलों का लोकार्पण करने से सीमांत क्षेत्र के लोगों में खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने इसके लिए मोदी सरकार को बधाई का पात्र बताया और कहा कि ऐसा मोदी सरकार के कारण ही संभव हुआ। पूर्व वन मंत्री राजीव जसरोटिया ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में खासकर कठुआ क्षेत्र की जनता उनके द्वारा दिए गए पुलों के तोहफों से गदगद हो गई है। जो पुल 70 साल में नहीं बन पाए, वो एक साल में मोदी सरकार ने बनाकर दिखा दिया। उन्होंने कहा सीमांत क्षेत्र की जनता चालीस साल से पुराने सांबा-कठुआ रोड पर पुल न होने पर परिवहन सुविधा से वंचित थी। अब उन्हें द्वार पर परिवहन सुविधा का लाभ मिलेगा।

बिना टोल के आ-जा सकेंगे

तीन पुलों का निर्माण होने से अब कठुआ से सांबा तक जिले की साढ़े छह लाख और सांबा की करीब तीन लाख आबादी को एक टोल फ्री वैकल्पिक हाईवे की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा पंजाब विशेषकर अमृतसर से आने वाले लोगों को भी इस मार्ग से सांबा तक बिना टोल दिए वैकल्पिक मार्ग मिलेगा, यानी पंजाब से आने वाले हजारों यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।

सामरिक दृष्टि से अहम

रक्षा मंत्रालय ने जहां पुलों का निर्माण कर जनता को बेहतर सड़क सुविधा दी है, वहीं सामरिक दृष्टि से सीमांत क्षेत्र में अपना नेटवर्क भी मजबूत करके जनता को सुरक्षा देने का काम किया है। अब इस रोड पर किसी भी आपात स्थिति में सेना को सीमा पर पहुंचने में आसानी होगी। चक खड्ड में एक पुल बनना शेष

ग्रेफ सूत्रों ने बताया कि सांबा-कठुआ मार्ग पर एक पुल बाना चक खड्ड में बनना रह गया है। इसका भी काम जोरों पर है। संभव है कि अप्रैल 2021 तक उसका काम हर हाल में पूरा होगा। इस पुल की लंबाई 250 मीटर है, जिसपर 12 करोड़ के करीब खर्च आने का अनुमान है। सूत्रों ने बताया कि छह पुल 10 महीने में तैयार किए गए। पुलों के निर्माण की केंद्र सरकार रोज मॉनिटरिग कर रही है। शाम को कितना काम हुआ है, इसकी रिपोर्ट दिल्ली मुख्यालय तक देनी पड़ती है। अब सभी पुल बनने के बाद पुराने सांबा-कठुआ रोड पर यात्री वाहन भी सरपट दौड़ने लगेंगे। और तो और सांबा से कठुआ तक का दायरा अब पंजाब तक जोड़ दिया है।

chat bot
आपका साथी