कठुआ जिले में दूसरे दिन भी शिवालयों में शिवभक्ति से सराबोर रहा माहौल

महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में जिले में दूसरे दिन शुक्रवार को भी शिवालयों में माहौल शिवभक्ति से सराबोर रहा। वीरवार रात से शुक्रवार सुबह चार बजे तक पहले शिवभक्त मंदिरों में चार पहर की पूजा करने में लीन रहे और उसके बाद दिनभर भंडारों में श्रद्धालुओं की सेवा करने में जुटे रहे। इसके चलते जिले में दो दिन से वातावरण शिवमय बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 01:05 AM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 01:05 AM (IST)
कठुआ जिले में दूसरे दिन भी शिवालयों में शिवभक्ति से सराबोर रहा माहौल
कठुआ जिले में दूसरे दिन भी शिवालयों में शिवभक्ति से सराबोर रहा माहौल

जागरण संवाददाता,कठुआ : शिवरात्रि के उपलक्ष्य में जिले में दूसरे दिन शुक्रवार को भी शिवालयों में माहौल शिवभक्ति से सराबोर रहा। वीरवार रात से शुक्रवार सुबह चार बजे तक पहले शिवभक्त मंदिरों में चार पहर की पूजा करने में लीन रहे और उसके बाद दिनभर भंडारों में श्रद्धालुओं की सेवा करने में जुटे रहे। इसके चलते जिले में दो दिन से वातावरण शिवमय बना हुआ है।

शहर के वार्ड 3 स्थित श्री महाकालेश्वर शिवदुर्गा मंदिर में वीरवार रात को शिव विवाह की कथा सुनाने के लिए जंगमों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने श्रद्धालुओं को शिव विवाह की कथा सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। सुबह भोले बाबा को भोग लगाने के बाद दोपहर एक बजे मंदिर कमेटी की ओर से लंगर सेवा शुरू की गई,जो शाम पांच बजे तक जारी रही। इसी बीच शहर के कबीर नगर के पास शिव मंदिर में भोले बाबा के भक्तों ने चार पहर की पूजा की। जिला के सभी शिवालयों में रात भर चार पहर की पूजा से भोले बाबा की जयकारों की गूंज सुनाई देती रही।

नील कंठ मंदिर में भंडारा, भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद

बसोहली तहसील में महशिवरात्रि के उपलक्ष्य में शुक्रवार को रामलीला मैदान में स्थित नील कंठ मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। सुबह हवन यज्ञ के बाद दो बजे भंडारा श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। इसमें आसपास के कई गांवों से आए श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और मंदिर में माथा टेककर परिवार की सुख शांति की प्रार्थना की। भंडारा देर शाम को संपन्न हो गया। हालांकि, बीच-बीच में बारिश ने भंडारे में खलल डाली लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालु बम भोले के जयकारे लगाते हुए भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते रहे। स्थानीय युवाओं ने भंडारे के आयोजन में सहयोग किया। मंदिर के पुजारी तिलक नाथ के अनुसार हर वर्ष महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भंडारे का आयोजन होता है। यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है। स्थानीय निवासियों के सहयोग से ही भंडारा संपन्न होता है।

शिव मंदिर में माथा टेक परिवार के लिए मांगी खुशहाली

पहाड़ी तहसील बनी में दूसरे दिन शुक्रवार को भी विभिन्न शिव मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया गया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदिर में माथा टेका और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। क्षेत्र में बारिश होने से बढ़ी ठंड भी लोगों का उत्साह कम नहीं कर सकी। सुबह से ही मंदिर में हवन और भजन कीर्तन का दौर शुरू हो गया था और करीब दो बजे भंडारा श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। मंदिर कमेटी के सदस्य लाउड स्पीकर के माध्यम से भंडारे में आकर प्रसाद ग्रहण करने की अपील करते रहे। मंदिर के पुजारी अशोक कुमार के अनुसार, बीते कई वर्षो से परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दूसरे दिन मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा बनी से 5 किलोमीटर दूर खाद्य और सेवा संगम जिसे दोमेला कहा जाता है, वहा पर भी भंडारा हुआ, जिसमें 500 से अधिक लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

शिव महिमा का गुणगान किया

तहसील रामकोट में महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन भी धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही भंडारे का आयोजन किया गया। वीरवार को शिवालयों में शिवभक्तों ने विधि पूर्वक पूजन और जलाभिषेक किया। भक्तों ने बेल पत्तर, भाग, धतूरा के अलावा फल, मेवा, मिठाई, रोट और दक्षिणा के साथ वस्त्र भी चढ़ाए। रात भर जगराते में शिव महिमा का गुणगान किया गया। सुबह कन्या पूजन किया और उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया। बारिश की हल्की फुहार के बीच भी लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। जगह-जगह लगे भंडारों में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कस्बा रामकोट के वार्ड-1 मोहल्ला तालाब शिव मंदिर में विशेष पूजा और भंडारे का आयोजन किया गया।

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